घर का मुखिया लाचार, संकट में परिवार
पंचायत गरला देई के गांव हैंजा का पवन कुमार टांग काटने से लाचार है, लेकिन पंचायत ने उसका नाम बीपीएल में शामिल नहीं किया है।
भवारना, शिवालिक नरयाल। सुलह विधानसभा क्षेत्र की पंचायत गरला देई के गांव हैंजा का पवन कुमार दुर्घटना के कारण लाचार हो चुका है। परिवार के पास आय का कोई साधन नहीं है। ऐसे में पवन कुमार को परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। पवन के पास केवल पांच मरला जमीन और एक छोटा कच्चा मकान है। बावजूद इसके उसके परिवार को पंचायत ने बीपीएल सूची में शामिल नहीं किया है। हालांकि पंचायत पवन के साथ हुए हादसे के बारे में अवगत थी।
जानकारी के अुनसार पवन कुमार लकड़ी का काम करता था। काम करते समय गिरने के कारण उसकी टांग टूट गई और पीजीआइ में इलाज के बापजूद टांग को बचाया न जा सका। इस कारण टांग काटनी पड़ी। यहीं से उसके बुरे दिनों की शुरुआत हो गई। उसके परिवार में तीन बेटियां, एक 11 माह का बेटा ओर पत्नी है। जो जमा पूंजी थी, वह इलाज में खर्च हो चुकी है। अब वह अपंग होकर घर में बैठ गया है। पवन का कहता है कि टांग कटने के कारण वह कोई काम नहीं कर पा रहा है, जिससे दो वक्त की रोटी कमाना भी मुश्किल हो गई है। हादसे के दौरान और उसके बाद भी पड़ोसियों ने पैसे इकट्ठे कर उसकी मदद की थी, लेकिन अब वह लाचार है। उसने बताया कि वह कई बार पंचायत में उसके परिवार को बीपीएल में शामिल करने की गुहार लगा चुका है, लेकिन उसकी एक न सुनी गई। पवन कुमार का कहना है कि भले ही पंचायत उन्हें बीपीएल में शामिल कर सस्ते राशन का प्रबंध कर देगी, लेकिन पहाड़ सी ¨जदगी के सामने चार बच्चों के भविष्य की ¨चता उसे सता रही है।
मदद के लिए आगे आए समाजसेवी पवन की इस हालत को देखकर मदद के लिए बेशक पंचायत व प्रशासन ने कोई पहल नहीं की हो, लेकिन समाजसेवी संजय शर्मा व श्रीमद्भागवत समाज सेवा समिति के अध्यक्ष अनिल डोहरू पवन के परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने इस परिवार की मदद की है।
पवन और उसके परिवार का मामला मेरे ध्यानार्थ है। अप्रैल में होने वाली बीपीएल की ग्राम सभा की समीक्षा बैठक में पवन को बीपीएल में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा मैं अपने स्तर पर उसकी मदद करने के लिए अधिकारियों से संपर्क कर रहा हूं, ताकि उसको रोजगार भी मिल सके।
-सिकंदर सिंह, बीडीओ भेडू महादेव (सुलह)
फरवरी में बीपीएल सर्वे हुआ था। इस दौरान जब प्रार्थना पत्र ले रहे थे तो पवन उस समय प्रार्थना पत्र नहीं दे पाया था। इस कारण उसका परिवार बीपीएल में चयनित नहीं हो पाया है। अगली ग्राम सभा में निश्चित तौर पर उसे शामिल किया जाएगा। पवन की दिव्यांगता पेंशन व बस पास के कागज तैयार किए जा रहे हैं, ताकि उसकी मदद की जा सके।
-निशा देवी, प्रधान ग्राम पंचायत गरला देई