फर्जी डिग्री मामला: राजस्थान के माधव विश्वविद्यालय के स्टाफ और शिक्षकों से पूछताछ, सरगना पर शिकंजा
Fake Degree Case हिमाचल प्रदेश में सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती निजी विश्वविद्यालय के फर्जीवाड़े के तार राजस्थान से भी जुड़े हैं।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती निजी विश्वविद्यालय के फर्जीवाड़े के तार राजस्थान से भी जुड़े हैं। यहां की फर्जी डिग्रियां माउंटआबू स्थित माधव विश्वविद्यालय के स्टाफ को रेवडिय़ों की तरह बांटी गई हैं। इसको भी राजकुमार राणा ही चलाता है। हरियाणा के करनाल का यह व्यक्ति हिमाचल प्रदेश में फर्जी डिग्री मामले का मुख्य आरोपित है।
बुधवार को इस संबंध में हिमाचल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) ने वहां स्टाफ और शिक्षकों से कई घंटों तक पूछताछ की है। पुलिस को दिए बयान में उन्होंने कबूला कि डिग्रियां सोलन से हासिल की। इससे राणा पर कानूनी शिकंजा और कसेगा। उसे भी एसआइटी साथ ले गई है। अभी वह पुलिस रिमांड पर है। कई लोगों से उसी के सामने पूछताछ की गई और कुछ से अलग से बयान लिए गए।
अहम रिकॉर्ड लिया कब्जे में
एसआइटी ने एएसपी डॉ. शिवकुमार, डीएसपी रमेश शर्मा की अगुवाई में बुधवार को माधव विश्वविद्यालय में दबिश दी। कई अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया। इसमें दाखिलों से डिग्री अवॉर्ड करने तक का रिकॉर्ड शामिल है। इसी वर्ष हिमाचल पुलिस ने पहले भी इस विश्वविद्यालय में छापा मारा था। तब स्थानीय पुलिस ने सहयोग नहीं दिया था। आला अधिकारियों के दखल से पुलिस कैंपस में प्रवेश का पाई थी। अबकी क्योंकि अध्यक्ष राजकुमार साथ था, इस कारण ज्यादा परेशानी नहीं आई।
महिला मित्रों को भी बांटी डिग्रियां
मुख्य आरोपित पर आरोप है कि वह महिला मित्रों पर भरोसा करता था। उसने उन्हें भी डिग्रियां बांट रखी थी। ऐसी ही एक महिला जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आने वाली है। यह हरियाणा के करनाल की रहने वाली है। आरोप है कि फर्जी डिग्री के लेन- देन का यही हिसाब- किताब रखती थी।
माधव विश्वविद्यालय राजस्थान में पुलिस ने दबिश दी गई है। यहां का रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। यहां स्टाफ के पास भी मानव भारती विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्रियां हैं। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। फर्जीवाड़े में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कारवाई की जाएगी। -रमेश शर्मा, डीएसपी एवं सदस्य एसआइटी, हिमाचल पुलिस।