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चिंतपूर्णी में साठ हजार की जाली करंसी बरामद, ऐसे करें नोट की पहचान; जानिए

police caught fake currency प्रसिद्ध तीर्थस्थल चिंतपूर्णी में श्रद्धालु बनकर पहुंचे चार लोगों से पुलिस ने करीब साठ हजार रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं।

By Edited By: Published: Sun, 03 Mar 2019 08:29 PM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 01:29 PM (IST)
चिंतपूर्णी में साठ हजार की जाली करंसी बरामद, ऐसे करें नोट की पहचान; जानिए
चिंतपूर्णी में साठ हजार की जाली करंसी बरामद, ऐसे करें नोट की पहचान; जानिए

चिंतपूर्णी, जेएनएन। ऊना जिले के चिंतपूर्णी में साठ हजार की नकली करंसी के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित दो दो पुरुष व दो महिलाएं यहां चिंतपूर्णी मंदिर में माथा टेकने आए थे। सभी पंजाब के रहने वाले हैं। आरोपितों से 2000, 500 व 200 के कुल 33 नोट बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपितों की गाड़ी को भी कब्जे में लिया है।

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पुलिस के अनुसार रविवार को चिंतपूर्णी में पंजाब से ये लोग कार (नंबर पीबी-13-एम-0023) में सवार होकर आए थे। चिंतपूर्णी के मुख्य गेट के पास इन लोगों ने स्थानीय दुकानदार को दो हजार रुपये का नोट दिया और सामान की खरीदारी की। इसके बाद कार में सवार होकर वहां से जाने लगे। दुकानदार को नोट पर कुछ संदेह हुआ तो उसने साथी दुकानदार के साथ नोट की जांच की। जांच में पता चला कि यह नोट जाली है।

दुकानदारों ने आरोपितों की गाड़ी को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे भाग निकले। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे दी। पुलिस ने कार में सवार इन लोगों को भरवाई के पास दबोच लिया। कार की तलाशी ली तो जाली नोट बरामद हुए। आरोपितों के पास से 29 नोट दो हजार रुपये, तीन नोट पांच सौ रुपये और 200 का एक नोट बरामद हुआ है। कुल जाली करंसी 59,700 रुपये बरामद हुई। इस मामले में पुलिस ने जसवीर ¨सह पुत्र गो¨वद ¨सह, हरिपुरा कॉलोनी, वार्ड-6, भवानीगढ़, जिला संगरूर, जसवीर सिंह पुत्र रघुवीर सिंह, गांव व डाकखाना ककराला, तहसील समाना, जिला पटियाला, गुरप्रीत कौर पुत्री काहन सिंह, गांव भगवानपुरा, थाना-वालियां, तहसील व जिला संगरूर, गुरनाम कौर पत्नी स्व. संदीप सिंह, गांव नानकपुर झगेड़ा, जिला लुधियाना को हिरासत में लिया है।

ऐसे करें नोट की पहचान

एसबीआइ की चिंतपूर्णी स्थित शाखा के प्रबंधक अमित कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि असली व नकली नोट की पहचान आसानी से की जा सकती है। सिक्योरिटी थ्रेड के रंग, रोशनी में नोट पर विशेष मुद्रा का अंकित होना, नोट की ब्लीड लाइंस अशोक स्तंभ का खुरदुरा होना और नोट के सफेद भाग पर महात्मा गांधी की तस्वीर का होना असली करंसी की पहचान है। नकली नोट का रंग भी असली नोट के मुकाबले या तो गाड़ा होता है या फीका।

जाली करंसी को बरामद कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। -दिवाकर शर्मा, पुलिस अधीक्षक, जिला ऊना।


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