पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने सराहा कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग करने का निर्णय, राठौर को दिया यह सुझाव
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हाईकमान की ओर से पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्णय को उचित ठहराया है।
शिमला, जेएनएन। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हाईकमान की ओर से पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्णय को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा यह उचित समय में लिया गया उचित निर्णय है। वीरभद्र सिंह ने इस फैसले के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया है। वीरभद्र सिंह ने कहा वह पहले से ही इस बात पर जोर देते रहे हैं कि पार्टी में पदाधिकारी वह होना चाहिए, जो आम लोगों के बीच अपना कुछ महत्व भी रखता हो। उन्होंने कहा जम्बोजेट कार्यकरणी बनाने से कुछ नहीं होता। कार्यकारिणी में अपने पराय का नहीं केवल निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पूरा महत्व दिया जाना चाहिए।
पिछले छह वर्ष में वह प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए कार्यकारिणी को सही करने की बात करते रहे। समय रहते उनकी इस बात को अनदेखा किया गया। यही कारण रहा कि प्रदेश में कांग्रेस कमजोर होती चली गई। प्रदेश कार्यकारिणी जल्द छोटी और संतुलित बनाई जानी चाहिए, जिससे प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह पुनर्जीवित हो सके।
वीरभद्र ने कहा जो बीत गया वह चला गया। अब प्रदेश और देश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की बड़ी चुनौती है। प्रदेश में अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। करीब एक वर्ष से जिस प्रकार वह प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य कर रहे हैं, वह तारीफ योग्य है। अब उन्हें नई कार्यकारिणी बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्हें भी उनकी सलाह रहेगी कि वह निष्ठावान व कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे लाने का पूरा प्रयास करें। अब जमाना नई शक्ति का है, इसलिए नए ऊर्जावान युवाओं को आगे लाना होगा।