दो साल बाद भी नहीं हटाए अवैध कब्जे
आदि हिमानी चामुंडा की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने में अभी तक मंदिर प्रशास
संवाद सहयोगी, योल : आदि हिमानी चामुंडा की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने में अभी तक मंदिर प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है, जिससे सरकार द्वार प्रद्धत 25 कनाल भूमि पर दो वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई विकास कार्य नहीं हो पाया। मंदिर न्यास के पूर्व सदस्य डॉ. कुलदीप शर्मा ने प्रशासन की लेटलतीफी पर सवाल उठाया कि न्यास की बैठक में बकायदा बजट प्रस्ताव पारित अनुमानित 25 लाख रुपये में उपरोक्त भूमि पर तारबंदी के साथ स्तंभ लगाने की मंजूरी दी थी, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी कार्य नहीं हो सका है। वन विभाग ने भूमि हस्तांतरित करते समय यह शर्त रखी थी कि एक वर्ष के भीतर उक्त भूमि पर तारबंदी करना लाजिमी रहेगा। प्रशासन ने निशानदेही के सिवाय कुछ नहीं किया। यहां तक कि इस भूमि पर वर्षो से अवैध कब्जा तक नहीं हटा पाया। उन्होंने बताया कि सुनने में आया है कि अब कोर्ट का आदेश हुआ है, लेकिन प्रशासन इतने वर्षो तक मूकदर्शक क्यों बना रहा। उन्होंने मंदिर प्रशासन से रुके विकास कार्यो में तेजी लाने की मांग की है। वहीं, एसडीएम एवं सहायक मंदिर आयुक्त धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि जल्द ही तारबंदी का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यदि कोई अवैध कब्जा है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।