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मुख्याध्यापकों के पद सृजित करने की पैरवी

हिमाचल शिक्षक मंच की प्रदेश संयोजक बैठक मंच के प्रदेश सलाहकार बाल दिवाकर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान जहां शिक्षा जगत में आ रही समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया तो मुख्य रूप से प्रदेश सराकर व शिक्षा विभाग से प्रदेष के सभी ऐलिमेंटरी विद्यालयों में मुख्याध्यापक के पदों के सृजित करने की मांग भी मुखर हुई। बैठक में मंच के प्रदेश संयोजक सदस्य तपिश थापा, संजय मोगू, अश्वनी भटट, संजीव राणा, विजय शमशेर भंडारी, अमित शर्मा, सुनील राजपूत व विजय पटियाल के अनुसार हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कुछ अध्यापक संघो के सम्मेलन में विद्यालयों में उपप्रधानाचार्य के पदों की सृजन की जो बात

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 08:17 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 08:17 PM (IST)
मुख्याध्यापकों के पद सृजित करने की पैरवी
मुख्याध्यापकों के पद सृजित करने की पैरवी

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : हिमाचल शिक्षक मंच की बैठक प्रदेश सलाहकार बाल दिवाकर शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इसमें प्रदेश सराकर व शिक्षा विभाग से सभी एलीमेंटरी विद्यालयों में मुख्याध्यापक के पदों को सृजित करने की मांग उठाई गई।

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प्रदेश संयोजक सदस्य तपिश थापा, संजय मोगू, अश्वनी भट्ट, संजीव राणा, विजय शमशेर भंडारी, अमित शर्मा, सुनील राजपूत व विजय पटियाल ने कहा हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अध्यापक संघों के सम्मेलन में विद्यालयों में उपप्रधानाचार्य के पदों की सृजन की जो बात की है, उससे पहले मुख्याध्यापकों के पदों का सृजन किया जाना चाहिए। शिक्षा के अधिकार कानून के लागू होने के बाद 2010 से प्रारंभिक व उच्चतर शिक्षा निदेशालयों की स्थापना की गई है। इसके तहत शिक्षा के अधिकार कानून व प्रारंभिक शिक्षा की अलग इकाई के गठन के बाद से प्रदेश के सभी प्रारंभिक पाठशालाओं में पहली से आठवीं तक की कक्षाओं का एक साथ संचालन किया जाना अपेक्षित था। इन सभी प्रारंभिक पाठशालाओं के संचालन के लिए मुख्याध्यापक का पद सृजित करने का प्रावधान दिया गया था। इसके बाद शिक्षक वर्ग को आस थी की अब करीब 2500 से ज्यादा मुख्याध्यापकों के पदों का सृजन होगा जिन पर उन्हें पदोन्नति भी प्राप्त होगी। लेकिन आज तक पदों का सृजन नहीं किया गया है। इसी के साथ मंच ने शिक्षा उपनिदेशकों के पदों को भी वित्तीय लाभ के साथ व अलग वेतमान निर्धारित करके पदोन्नति देने व पदोन्नत प्रधानाचार्यो के वेतन निर्धारण की शक्तियां जिला शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों में कार्यरत सेक्शन अधिकारियों को देने की मांग की है। साथ ही मांग की है कि विभाग एक मुश्त छूट देकर प्रधानाचार्यों के वेतन निर्धारण के मामलों का निपटारा करने का अधिकार शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय को दे।

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दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को नियमित किया जाए

संवाद सहयोगी, नूरपुर : आयुर्वेद विभाग में कार्यरत अंशकालीन से दैनिक वेतनभोगी बनाए गए कर्मचारी 19 साल से लगातार सेवाएं देने के बावजूद नियमित होने की बाट जोह रहे हैं। जबकि शिक्षा विभाग में 14 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले अंशकालीन से दैनिक वेतनभोगी बनाए कर्मचारी नियमित भी हो चुके हैं। प्रदेश दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष तरसेम कुमार ने बुधवार को जारी बयान कहा 19 साल से सेवारत अंशकालीन से दैनिक वेतनभोगी बनाए कई कर्मचारी नियमित होने की आस में बिना पेंशन के सेवानिवृत्त हो चुके हैं और कई सेवानिवृत्त होने वाले हैं। वीरभद्र सरकार की अनदेखी के बाद कर्मचारियों को जयराम सरकार से न्याय मिलने की आस जगी थी। लेकिन प्रदेश सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद नियमितीकरण का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से रैहन में मिला था। इस पर मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद मंत्री को कहा कि 14 वर्ष के कार्यकाल में जब अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया गया है तो आयुर्वेद विभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों से अन्याय क्यों? उन्होने मंत्री को शीघ्र कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश दिए। इससे कर्मचारियों में नियमित होने की आस जगी है।

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नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता देने की मांग

संवाद सूत्र, नगरोटा सूरियां : प्रदेश अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन ने अनुबंध से नियमित हुए कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता लाभ देने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष मुनीश गर्ग के बुधवार को जारी बयान में कहा कर्मचारी लंबे समय से वरिष्ठता की मांग कर रहे हैं। लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई है तथा अनुबंध से नियमित होने के बाद कर्मचारियों की अनुबंधकाल सेवा को उनके कुल सेवाकाल में नहीं जोड़ा जा रहा है, जोकि अन्याय है। इस संबंध में पहले भी मुख्यमंत्री व मंत्रियों को मांगपत्र सौंपे गए हैं।मुख्यमंत्री ने ऊना में प्रदेश शिक्षक महासंघ के अधिवेशन में नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता की मांग को जायज माना है। संगठन ने मांग की है कि मुख्यमंत्री 25 जनवरी को हिमाचल दिवस पर नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता की घोषणा करें। प्रदेश प्रेस सचिव विजय सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष अवतार कपूर, वासुदेव, नरेंद्र ¨सह, प्रदेश सहसचिव मनदीप चौधरी, कांगड़ा जिला अध्यक्ष सुनील पराशर, उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार, गौरव शर्मा, कांगड़ा महिला विंग अध्यक्ष वेणु शर्मा, ऊना जिला अध्यक्ष संजीव कुमार, महासचिव रमन कुमार, जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार, मंडी जिलाध्यक्ष अनिल सेन, उपाध्यक्ष मुरारी लाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कपिल चौधरी, सुरजीत कुमार, अजय कुमार, शशि, अश्वनी कुमार, शाहपुर ब्लॉक अध्यक्ष शम्मी कुमार, सचिव पंकज जम्बाल, सुनीता देवी, नीलम बाला, ऊषा शर्मा, रमा, संगीता अंकुर शर्मा, राजेश व हरदेव ने सरकार से वरिष्ठता लाभ देने की मांग की है।


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