विश्व मधुमेह दिवसः अब ई-हेल्थ कार्ड बताएगा मधुमेह रोगी का हाल
मधुमेह सहित दस प्रकार की गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी अब विभाग के ई-हेल्थ कार्ड से पता चलेगी। हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री निरोग योजना के तहत घर-घर जाकर 24 लाख लोगों की स्क्रिनिंग यानी जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। मधुमेह सहित दस प्रकार की गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी अब विभाग के ई-हेल्थ कार्ड से पता चलेगी। हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री निरोग योजना के तहत घर-घर जाकर 24 लाख लोगों की स्क्रिङ्क्षनग यानी जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस योजना को देश के अन्य राज्यों में भी लागू करने की तैयारी है। जांच में सामने आया कि अधिक नमक व चीनी खाने, फास्ट फूड के साथ शारीरिक श्रम में कमी मधुमेह सहित अन्य कई गंभीर बीमारियों का कारण बन रहे हैं।
पहले आशा वर्कर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और चिकित्सा अधिकारी द्वारा जांच के आधार पर 24 लाख लोगों में 8.35 लाख लोग फास्ट फूड, अनहेल्दी फूड और 6.67 लाख लोग शारीरिक श्रम न करने वाले हैं। कांगड़ा के 2.68 लाख लोगों में से 35.3 फीसद लोग शारीरिक श्रम कम करते हैं और 34 फीसद फास्ट फूड ले रहे हैं। किन्नौर में 47607 लोगों में से 85 फीसद से अधिक लोग फास्ट फूड खा रहे हैं।
स्क्रिनिंग में सामने आए तथ्य
वर्ग लोग लाख में प्रतिशतता
फास्ट फूड खाने वाले 8.35 34.8
शारीरिक श्रम न करने वाले 6.67 27.8
ज्यादा नमक,चीनी खाने वाले 3.91 16.3
तंबाकू सेवन वाले 2.92 12.2
शराब सेवन वाले 2.95 12.3
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा 7.78 लाख की जांच में सामने आए तथ्य
वर्ग संख्या लाख प्रतिशतता
रक्तचाप की समस्या 97300 12.5
रक्त में बढ़ी शर्करा 44368 5.7
मधुमेह के कारण व लक्षण
-बढ़ता मानसिक तनाव।
-फास्ट फूड का सेवन।
-मोटापा और वजन का होना।
-ज्यादा नमक व चीनी का सेवन।
-टीवी और कंप्यूटर पर लगातार काम करना।
-सिगरेट, तंबाकू और शराब का सेवन
-अधिक भूख प्यास।
-घाव देर से भरना।
-हाथ व पैरों में जलन
मधुमेह से बचाव
-सुबह आधा घंटे की नियमित सैर व योग।
-संतुलित आहार लेना।
-शराब, तंबाकू का सेवन न करें।
-नियमित रूप स्वास्थ्य जांच
-शुगर की नियमित जांच
-सीलन वाले स्थान पर न रहे।
प्रदेश में 24 लाख लोगों की जांच की गई। मरीज का डाटा ई-हेल्थ कार्ड पर उपलब्ध है। हिमाचल के बाद अन्य राज्यों में भी इस प्रक्रिया को लागू किया जा रहा है।
-हेमराज बैरवा, राष्टीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश
कोरोना काल में मधुमेह रोगियों को ज्यादा खतरा
कोरोना काल मधुमेह रोगियों के लिए ज्यादा घातक है। इसमें कैंसर, हृदय रोग और सांस की बीामरियों का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना मरीजों को स्टीरायड देने के कारण भी मधुमेह बढ़ा है। हालांकि बाद में धीरे-धीरे ये कम हो जाता है।
-डा. बलवीर वर्मा, विशेषज्ञ मेडिसन विभाग आईजीएमसी
आयुर्वेद के अनुसार सूर्य अस्त बाद भोजन न किया जाए तो सबसे बेहतर है। योग, व्यायाम, प्राणायाम के साथ तनाव से दूर रहें, फास्ट फूड का सेवन न करें और फलों, सब्जियों का सेवन ज्यादा करें। मधुमेह रोगी पके हुए केले व चिकू को छोड़ बाकी फलों का सेवन कर सकते हैं।
-डा. निधी अग्रवाल, आयुर्वेदिक चिकित्सक।