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एसीआर में देरी पर निदेशालय हुआ सख्त, जिला उपनिदेशक और प्रधानाचार्य की जिम्मेवारी की तय

Education Directorate शिक्षा विभाग में गैर शिक्षक कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में देरी को लेकर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। हर साल एसीआर में होने वाली देरी की वजह से कर्मचारियों की पद्दोन्नति के मामले लटके रहते हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 07:11 AM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 07:34 AM (IST)
एसीआर में देरी पर निदेशालय हुआ सख्त, जिला उपनिदेशक और प्रधानाचार्य की जिम्मेवारी की तय
शिक्षा विभाग में गैर शिक्षक कर्मचारियों की एसीआर में देरी को लेकर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है।

शिमला, जागरण संवाददाता। Education Directorate Himachal, शिक्षा विभाग में गैर शिक्षक कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में देरी को लेकर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। हर साल एसीआर में होने वाली देरी की वजह से कर्मचारियों की पद्दोन्नति के मामले लटके रहते हैं। विभाग ने अब बीच का रास्ता निकालते हुए जिलों के उप शिक्षा निदेशक और स्कूल प्रधानाचार्यों की जिम्मेवारी तय कर दी है। निदेशक ने कहा है कि ये अधिकारी विभाग को सूचित करेंगे कि कर्मचारियों की एसीआर को तय समय पर निदेशालय भेज दिया गया है। निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत शर्मा ने सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों और स्कूल प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

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विभाग की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व लिपिक वर्ग कर्मचारियों के पीएमआईएस कोड को अपडेट करके गोपनीय रिपोर्ट को 30 अप्रैल तक मैनुअल और 30 नवंबर तक ऑनाइन भरे और निदेशालय को भेजे। अधिकारियों को वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट के साथ यह पत्र भी देना होगा कि तय तिथि के बाद कोई भी एसीआर लंबित नहीं है। एनआईसी के मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन भरकर इसे संबंधित अधिकारियों को भी भेजा जा चूका है।


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