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चिट्ठी बनी इतिहास, अब ई-ऑफिस से होगा विकास Kangra News

ब्लॉक कार्यालयों में तैनात कर्मियों को अब चिट्ठी व ई-मेल को भूलना होगा क्योंकि अब ई-ऑफिस के जरिये ऑनलाइन व्यवस्था से ही सारे काम होंग

By Edited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 07:58 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 12:10 PM (IST)
चिट्ठी बनी इतिहास, अब ई-ऑफिस से होगा विकास Kangra News
चिट्ठी बनी इतिहास, अब ई-ऑफिस से होगा विकास Kangra News

धर्मशाला, राजेंद्र डोगरा। ब्लॉक कार्यालयों में तैनात कर्मियों को अब चिट्ठी व ई-मेल को भूलना होगा, क्योंकि अब ई-ऑफिस के जरिये ऑनलाइन व्यवस्था से ही सारे काम होंगे। इससे जहां पेपरलेस व्यवस्था मिलेगी, वहीं सरकार के करोड़ों रुपये भी वर्ष में बचेंगे। हालांकि अभी तक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिला के कांगड़ा ब्लॉक को ही शामिल किया गया है, लेकिन इसके एक पखवाड़े के भीतर ही अन्य ब्लॉक भी इस व्यवस्था से जुड़ जाएंगे। फिलहाल जिलाधीश कार्यालय, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण और कांगड़ा ब्लॉक में ही ई-ऑफिस की व्यवस्था दी गई है। इसके तहत चार जुलाई के बाद कांगड़ा ब्लॉक से कोई भी चिट्ठी या अन्य नो¨टग नहीं भेजेगा।

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अवकाश के लिए भी ई-ऑफिस के जरिये ही आवेदन करना होगा। इस व्यवस्था के तहत कोई भी फाइल अब लंबित नहीं रह पाएगा। इसकी वजह ये है कि ई-ऑफिस के तहत ऑनलाइन दी गई व्यवस्था के तहत अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी दो दिन के भीतर उस फाइल पर कार्रवाई करके उच्चाधिकारी को नहीं भेजता है तो स्वत: ही ई-ऑफिस व्यवस्था के जरिये अलर्ट आ जाएगा। इससे उस कर्मचारी व अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई सुनिश्चित होगी। इस संबंध में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) कार्यालय के सभागार में एडीसी कांगड़ा की अध्यक्षता में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी कांगड़ा व कांगड़ा ब्लॉक के विकास खंड अधिकारी के बीच बैठक भी हुई। जिसमें उपरोक्त व्यवस्था के बारे में कांगड़ा ब्लॉक के विकास खंड अधिकारी को भी विस्तृत जानकारी दी गई।

ये होगा लाभ

ई-ऑफिस से मिलने वाली ऑनलाइन व्यवस्था के तहत अब न तो डाक के माध्यम से चिट्ठी भेजने का प्रचलन खत्म हो जाएगा। इस व्यवस्था के तहत जहां कागज का प्रचलन पूर्णतया समाप्त हो जाएगा, वहीं करोड़ों रुपये की बचत भी होगी। इसके तहत नो¨टग भी ऑनलाइन चलेगी और कोई भी फाइल होगी तो उसे बीडीओ कार्यालय से जिला ग्रामीण विकास अभिकरण व उसके बाद उपायुक्त कार्यालय से उसे स्वीकृति मिलेगी। कर्मचारी को अवकाश के लिए इसी व्यवस्था के तहत आवेदन करना होगा।

ये है ई-ऑफिस व्यवस्था

एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की सारी प्रक्रियाएं होंगी। सभी स्कीमें पहले ही ऑनलाइन हो चुकी हैं। अब नई व्यवस्था से शेष कार्य भी ऑनलाइन ही होगा।

कांगड़ा ब्लॉक में चार जुलाई के बाद सभी प्रक्रिया ई-ऑफिस के तहत होगी। कांगड़ा ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ई-ऑफिस व्यवस्था शुरू होगी। इसके बाद अन्य ब्लॉक कार्यालयों भी इस व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। -मुनीष कुमार शर्मा, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी डीआरडीए कांगड़ा।

ई-ऑफिस के तहत अभी केवल उपायुक्त कार्यालय और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय के अलावा कांगड़ा ब्लॉक को जोड़ा गया है। इसके बाद अन्य ब्लॉक कार्यालयों को भी जोड़ दिया जाएगा। जिससे संपूर्ण जिला में पेपरलेस व्यवस्था हो जाएगी और इससे करोड़ों रुपये की बचत होगी। -राघव शर्मा, एडीसी कांगड़ा।


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