डंपिंग साइट के विरोध में उतरे लोग
नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला के लिये पपरोला के बूहली कोठी में बनने बाली डंपिग साइट के लिये लोगों ने फिर से विरोध करना शुरू कर दिया है। ऐसे में डंपिग साइट पर भी खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए है। नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला के लिये बनने बाली डंपिग साइट नगर पंचायत के गले की फांस बन चुकी है। पिछले चार साल से यह डंपिग साइट अभी फाइलों में ही दिख रही है। नगर पंचायत ने पहले इसी स्थान पर डंपिग साइट का निर्माण करवाना शुरू किया था तो स्थानीय लोगो ने इस का विरोध करना शुरू कर दिया।
संवाद सहयोगी बैजनाथ : नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला के लिए पपरोला के बूहली कोठी में बनने वाली डंपिंग साइट के विरोध में लोग उतर आए हैं। इस कारण डंपिंग साइट पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं और डंपिग साइट नगर पंचायत के गले की फांस बन चुकी है।
शुक्रवार को जब नगर पंचायत के कनिष्ठ अभियंता अधिकारियों के साथ जमीन की निशानदेही करने के लिए पहुंचे तो लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। पंचायत नौरी बकेहड़ और बूहली कोठी के लोगों ने कहा कि जहां डंपिंग साइट बनाई जा रही है उस जगह पर दो श्मशानघाट हैं। स्थानीय प्रशासन ने इस स्थान पर गोशाला का निर्माण किया है। डंपिग साइट बनने से सिंचाई कूहल को भी नुकसान होगा।
चार साल से डंपिग साइट का निर्माण अभी फाइलों में है। नगर पंचायत ने पहले इसी स्थान पर डंपिग साइट का निर्माण शुरू किया था तो स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद बैजनाथ के घट्टा धार में बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन वहां भी लोगों ने विरोध किया। नगर पंचायत ने इसके बाद दोनों नगरों के कूड़े को बिनवा खड्ड के किनारे फेंक जलाना शुरू कर दिया तो उसका भी विरोध हुआ और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर पंचायत को कूड़ा फेंकने व जलाने से रोक। बोर्ड ने चेताया भी कि यदि दोबारा यहां कूड़ा फेंका तो नगर पंचायत को जुर्माना लगाया जाएगा। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए बूहली कोठी के पास 25 कनाल भूमि को शहरी विकास विभाग के नाम ट्रांसफर करने के लिए फाइल मंजूरी के लिए उपायुक्त के पास भेजी गई थी। इसे उन्होंने मंजूर करते हुए जमीन शहरी विकास विभाग के नाम ट्रांसफर कर दी है। इस जमीन पर अब डंपिग साइट का निर्माण किया जाएगा।
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जो भूमि विभाग के नाम पर हस्तांतरित हुई है वह उसकी निशानदेही के लिए गए थे। उस स्थान पर नगर पंचायत दीवार लगाएगा। मगर लोग विरोध कर रहे हैं। रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।
-शशि भूषण, कनिष्ठ अभियंता, नगर पंचायत बैजनाथ-पपरोला।
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डंपिग साइट नहीं बनाने दी जाएगी। डंपिग साइट बनने के बाद यहां मरे जानवर फेंके जाएंगे। इससे बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ जाएगी।
-विजय कुमार, पंचायत प्रधान, नौरी।