आसमान से पहले अव्यवस्था की 'बारिश'
कांगड़ा बस अड्डे में लोनिवि की निकास नाली में कचरा फंसने के कारण नाली बंद हो गई है।
नीरज व्यास, कांगड़ा। जनाब..यहां अव्यवस्था की 'बारिश' के कारण बस स्टैंड जलमग्न हो रहा है। यह एक दिन की बात नहीं है। बल्कि 12 दिन में तीन बार कांगड़ा बस स्टैंड जलमग्न हो चुका है। निकास नाली के बार-बार बंद होने के कारण पानी घुस रहा है। हर बार विभागीय कर्मचारी समस्या के स्थायी हल की बजाय निकास नाली से कूड़े को निकालकर इतश्री कर लेते हैं। इससे सवारियों व बस चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कांगड़ा बस स्टैंड में रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
बस स्टैंड के बाहर निकास नाली के बंद होने के कारण पानी फैल गया। बार-बार निकास नाली के बंद होने पर दुकानदारों व सवारियों ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं। इससे पहले दो जनवरी यानी वीरवार को निकास नाली बंद हुई थी तो सूचना मिलने पर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर निकास नाली को साफ कर दिया था। लेकिन जब दूसरी बार छह जनवरी यानी रविवार को निकास नाली बंद हुई थी तो उस दिन छुट्टी होने के कारण कोई भी कर्मचारी नहीं पहुंचा था।
इस कारण लोगों को दिनभर दिक्कत का सामना करना पड़ा था। बस स्टैंड के बाहर निकास नाली पर बनी पुलिया में बार-बार कूड़ा फंसने के कारण समस्या आ रही है। हालांकि विभाग ने निकास नालियों को दुरुस्त कर दिया है। 13 जनवरी यानी रविवार को भी कर्मचारियों की छुट्टी होने के कारण लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। बस में उतरने व चढ़ने वाले लोग परेशान होते रहे।
निकास नाली बंद होने की वजह बस अड्डे के बाहर से निकलने वाली निकास नाली में कूहल के पानी के साथ कचरा बहकर आ जाता है। जोकि निकास नाली में होते हुए पुलिया के नीचे फंस जाता है। वहीं बस अड्डे के बाहर खोखों व रेहड़ी-फड़ी लगने के कारण कूड़ा-कचरा निकास नालियां में गिर रहा है। हालांकि छह माह पहले उपमंडल प्रशासन ने निकास नालियों को साफ करवाने व अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए अभियान चलाया था। लेकिन प्रशासन के चुप बैठते ही अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
बार-बार निकास नाली के बंद होने की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। संबंधित विभाग व अधिकारियों को समस्या को हल करने के निर्देश दिए जाएंगे। निकास नाली पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ भी अभियान छेड़ा जाएगा। -शशिपाल नेगी, एसडीएम, कांगड़ा।