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बच्‍चों व उम्रदराज सहित इन रोगों से पीड़‍ित लोगों के लिए ज्‍यादा खतरनाक है कोरोना संक्रमण

Dr Suggestions On Coronavirus आइजीएमसी शिमला के मेडिसिन स्टोर इंचार्ज डॉक्टर राहुल गुप्ता का कहना है छोटे बच्चों उम्रदराज लोगों और जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है जैसे अस्थमा मधुमेह दिल की बीमारी उनके मामले में कोरोना गंभीर हो सकता है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 06:45 AM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 07:26 AM (IST)
बच्‍चों व उम्रदराज सहित इन रोगों से पीड़‍ित लोगों के लिए ज्‍यादा खतरनाक है कोरोना संक्रमण
बच्चों, उम्रदराज लोगों और अस्थमा, मधुमेह, दिल की बीमारी के मामले में कोरोना गंभीर हो सकता है।

शिमला, जागरण संवाददाता। Dr Suggestions On Coronavirus, आइजीएमसी शिमला के मेडिसिन स्टोर इंचार्ज डॉक्टर राहुल गुप्ता का कहना है छोटे बच्चों, उम्रदराज लोगों और जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है जैसे अस्थमा, मधुमेह, दिल की बीमारी उनके मामले में कोरोना गंभीर हो सकता है। कोरोना संक्रमण से बचाव का सबसे सरल और सुरक्षित तरीका मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन करना है। कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। ऐसे में लोगों को पहले से ज्यादा एहतिहात बरतने की जरूरत है। वैक्सीन लगवाने के साथ सावधानी बरतने में समझदारी है। साबुन से बीच-बीच में हाथ धोते रहना जरूरी है।

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जब भी कोई व्यक्ति बात करता है, खांसता है, छींकता है, तो छोटी-छोटी बूंदे मुंह या नाक से बाहर निकलती हैं। इन बूंदों को एरोसोल कहा जाता है, जिसके साथ वायरस भी बाहर आता है। यदि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित है, तो कोरोना वायरस बाहर निकल कर दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है। इसलिए शारीरिक दूरी बनाने की बात कही जाती है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थान पर किसी वस्तु जैसे टेबल, कुर्सी, रेलिंग या कोई भी ऐसी वस्तु जिसके आस-पास किसी संक्रमित व्यक्ति ने छींका, खांसा हो, उस सतह या वस्तु को छूने के बाद अगर हम अपने मुंह, नाक और आंखों को छूते हैं, तो कोरोना वायरस हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है।

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इसीलिए बीमारी से बचने के लिए सभी को मास्क पहनने और भीड़ से बचने को कहा जाता है। कोरोना वायरस में पहले बुखार होता है, इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है।

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