भाजपा में टिकट को लेकर घमासान, धर्मशाला से बाहरी व्यक्ित के नाम की चर्चा पर कार्यकर्ता मुखर
धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस में बाहरी पर मचा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।
धर्मशाला, जेएनएन। धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस में बाहरी पर मचा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों पार्टियों ने संभावित प्रत्याशियों की सूची पार्टी हाईकमान को भेज दी है लेकिन अंतिम फैसला नहीं हुआ है। भाजपा ने धर्मशाला से उमेश दत्त, राजीव भारद्वाज, संजय शर्मा व राकेश शर्मा के नाम संसदीय बोर्ड को भेजे हैं, लेकिन कार्यकर्ता धरती पुत्र को टिकट देने की पैरवी कर रहे हैैं। बुधवार को सिद्धपुर में भाजयुमो की बैठक में प्रत्याशी का मामला गरमाया।
हुआ यूं कि बैठक की अध्यक्षता विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज कर रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनकी बातों को सुना। लेकिन जैसे ही बैठक खत्म हुई तो भीड़ में मौजूद एक कार्यकर्ता ने धर्मशाला से जुड़े अनुसूचित जनजाति या फिर ओबीसी समुदाय से संबंधित नेता को टिकट न देने पर सवाल कर दिया। भले ही इस दौरान किसी विशेष व्यक्ति का नाम टिकट के विरोध में नहीं लिया गया, लेकिन बाहरी को टिकट देने की कवायद का विरोध किया। हालांकि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का नाम धर्मशाला से चर्चा में आया था। इसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने स्पष्ट किया था कि यहां से स्थानीय चेहरा ही प्रत्याशी होगा लेकिन बुधवार को हंगामा उस समय हुआ जब नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
एक कार्यकर्ता ने भावनाओं को व्यक्त किया है। सभी कार्यकर्ता पार्टी के सिपाही हैं और टिकट के लिए सभी को बात रखने का हक है। कार्यकर्ताओं की भावनाओं को पार्टी हाईकमान तक पहुंचाया जाएगा। पार्टी एकजुट है और सभी मिलकर उपचुनाव में जीत हासिल करेंगे। -हंसराज, विधानसभा उपाध्यक्ष एवं धर्मशाला उपचुनाव जोन प्रभारी।