रोमांच से भरा होगा धर्मशाला रोपवे का सफर, एक घंटे में एक हजार पर्यटक कर सकेंगे सफर, ट्रायल में जुटी कंपनी
Dharamshala Ropeway धर्मशाला में रोपवे स्थापित करने की जब परिकल्पना की जा रही थी तो महज यह एक सपना ही लग रहा था लेकिन अाज यह सपना पूरे होेने जा रहा है। कंपनी ने रोपवे को लेकर ट्रायल किया है। जिसमें यह रोपवे खरा उतरा है।
धर्मशाला, जेएनएन। Dharamshala Ropeway, धर्मशाला में रोपवे स्थापित करने की जब परिकल्पना की जा रही थी तो महज यह एक सपना ही लग रहा था, लेकिन अाज यह सपना पूरे होेने जा रहा है। कंपनी ने रोपवे को लेकर ट्रायल किया है। जिसमें यह रोपवे खरा उतरा है। कंपनी ने वादा किया था कि अप्रैल माह के अंत तक रोपवे के काम को पूरा कर लिया जाएगा अौर मई में यह जनता की सेवा की लिए उपलब्ध हो जाएगा। हांलाकि बीते वर्ष कोविड़-19 के कारण काम न हो पाने के कारण इस परियोजना का समय में पूरा होने में देरी हुई है। इस रोपवे का पहला छोर मैक्लोडगंज में दलाईलामा मंदिर के पास है तो दूसरा छोर धर्मशाला बस अड्डे के पास है। 1000 यात्री इसमें एक समय में सफल कर सकेंगे। 90 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। प्रोजेक्ट का कार्य अंतिम चरण में ट्रालियां जोड़ी जा रही है अौर ट्रायल किया जा रहा है। मई माह में यह ट्रायल पूरा हो जाएंगा।
18 से 24 केबिन होंगे, नौ मिनट में तय होगी दूरी
रोपवे में मोनो-केबल डिटेचेबल गोंडोला सिस्टम लगा है। इस परियोजना पर 144.9 करोड़ खर्च हो रहा है। रोपवे की कुल लंबाई 1.75 किमी है अौर इसमें लगने वाले टावरों की संख्या 13 है। केबिन की संख्या 18-24 है अौर क्षमता 1000 व्यक्ति प्रति घंटा है अौर यात्रा का समय नौ मिनट है।
रोपवे परियोजना का जल्द पूरा होगा काम
जिला पर्यटन अधिकारी सुनयना शर्मा ने बताया कि रोपवे परियोजना जल्द पूरी होगी, कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। यह रोपवे मई में कार्य करना शुरू कर देगा। कोविड-19 के कारण काम न हो पाने के कारण इस परियोजना के पूरा होने में करीब एक साल देरी हुई है। अब यह कार्य जल्द पूरा हो रहा है। कार्य अंतिम चरण में है।