1971 के बलिदानियों को कोटि-कोटि नमन
विजय दिवस के उपलक्ष्य पर धर्मशाला स्थित शहीद स्मारक में कार्यक्रम का
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : विजय दिवस के उपलक्ष्य पर धर्मशाला स्थित शहीद स्मारक में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने शिरकत की और 1971 के युद्ध में शहीद हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दिसंबर 1971 में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ एक निर्णायक और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिससे एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का जन्म और दूसरे विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण हुआ था। इस ऐतिहासिक दिन के अवसर पर आज पूरे जिले में भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि सभी लोग भारतीय सैनिकों के ऋणी हैं, जो देश की सीमाओं को सुरक्षित बनाए रखने के लिए दिन-रात सजग प्रहरी की भूमिका निभा रहे हैं। भारतीय सेनाओं में कांगड़ा जिले के सैनिकों ने अतुलनीय साहस, देश भक्ति और कर्तव्य परायणता के मामले में हमेशा मिसाल कायम की है और प्रदेश तथा देश का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर जिले में 1971 के युद्ध की याद में धर्मशाला, नूरपुर, नगरोटा बगवां, पालमपुर, जयसिंहपुर तथा बैजनाथ में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर उप निदेशक, सैनिक कल्याण कनवर सिंह चहल, कर्नल (सेवानिवृत्त), कर्नल जय गणेश, एसडीएम हरीश गज्जू सहित राज्य शहीद स्मारक समिति के सदस्य मौजूद थे।
जयसिंहपुर में दी श्रद्धांजलि
संवाद सहयोगी, जयसिंहपुर : एसडीएम कार्यालय के सभागार में भारतीय सेना के शौर्य को दर्शाता विजय दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर एसडीएम जयसिंहपुर पवन शर्मा व उपमंडल के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सभागार में एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। इस स्क्रीन के माध्यम से सभी उपस्थित लोगों ने शिमला से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व जल शक्ति मंत्री महिद्र ठाकुर का विजय दिवस पर संबोधन सुना। एसडीएम पवन शर्मा ने 1971 की जंग के अमर जवानों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। एसडीएम ने बताया कि 1971 की लड़ाई में महज 13 दिन में ही भारत ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। एसडीएम ने कहा कि हमें शहीदों व सैनिकों का हमेशा मान सम्मान करना चाहिए, क्योंकि उनकी वजह से ही हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी राजेश डोगरा, खाद्य आपूर्ति निरीक्षक गौरव शर्मा सहित पूर्व सैनिक व स्थानीय लोग मौजूद रहे।