पदोन्नति के माध्यम से भरे जाएं डीपीई के पद
हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ की जिला कांगड़ा इकाई ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज से मांग की है कि प्रदेश के स्कूलों में रिक्त चल रहे डीपीई के पदों को पदोन्नति के माध्यम से भरा जाए।
संवाद सहयोगी, ज्वालामुखी : हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ की जिला कांगड़ा इकाई ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज से मांग की है कि प्रदेश के स्कूलों में रिक्त चल रहे डीपीई के पदों को पदोन्नति के माध्यम से भरा जाए। संघ का कहना है कि इस समय पूरे प्रदेश में दो सौ से अधिक डीपीई के पद रिक्त चल रहे हैं। इससे इन विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा की पढ़ाई व खेलकूद गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।
संघ के जिला प्रधान नरदेव सिंह ठाकुर, महासचिव सुमन कुमार ने संयुक्त बयान में कहा कि डीपीई के पद पीईटी को प्रमोट करके भरे जाते हैं। हैरानी की बात है कि पिछले 5-6 वर्षो में ऐसी कोई भी पदोन्नति नहीं हुई है और इस अवधि में कोई भी डीपीई का पद सीधी भर्ती के माध्यम से भी नहीं भरा गया है। परिणामस्वरूप विभिन्न स्कूलों में विद्यार्थियों को शारीरिक शिक्षा विषय पढ़ने तथा खेलकूद प्रतियोगिताओं से वंचित रहना पड़ रहा है। इन गतिविधियों को चलाने के लिए प्रशिक्षित व कुशल शारीरिक शिक्षक की आवश्यकता होती है। शारीरिक शिक्षा ही एक ऐसा विषय है जिससे बच्चों का सर्वागीण विकास होता है। सभी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा के लिए डीपीई के पद का भरा होना बहुत आवश्यक है।
2014 के बाद स्तरोन्नत हुए विद्यालयों में सृजित किया जाए डीपीई पद
बता दें कि 2014 के बाद स्तरोन्नत हुए वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में डीपीई का पद सृजित ही नहीं किया गया है। संघ की जिला कार्यकारिणी ने यह भी मांग की है कि इन विद्यालयों में भी डीपीई का पद सृजित करके भरा जाए।
इस अवसर पर संघ के वित्त सचिव राम स्वरूप, राज्य पैटर्न दिलेर जम्बाल, राज्य चयरमैन सचिन जसवाल, राज्य उपप्रधान अजय शर्मा, गोविद्र पठानिया, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष निर्मल ठाकुर, मुख्य सलाहकार सतीश राणा व विभिन्न खंडों के प्रधान उपस्थित रहे।