भुंतर में नहीं बनेगा कूड़ा संयंत्र, कुल्लू-मनाली जाएगा कचरा
उपायुक्त यूनूस ने कहा है कि अब कुल्लू में ही कूड़ा संयंत्र बनेगा।
जागरण संवाददाता, कुल्लू : उपायुक्त यूनूस ने कहा है कि अब कुल्लू में ही कूड़ा संयंत्र बनेगा, जबकि नगर परिषद भुंतर का कचरा भी यहां लाया जाएगा। साथ ही मनाली के रांगड़ी में बन रहे कचरे से बिजली बनाने के संयंत्र में भी यह कचरा जाएगा। कुल्लू में संयंत्र बनाने के लिए 50 लाख रुपये की पहली किस्त भी प्रशासन ने जारी कर दी है। इसकी टेंडर प्रक्रिया सोमवार से आरंभ हो जाएगी। उपायुक्त यूनूस बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जिले में कचरे की समस्या को हल करने के लिए अपनाया गया आईमा मॉडल बेहतर तरीके से लागू होगा तथा इसमें एडवांस मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए होने वाली टेंडरिग प्रक्रिया एसडीएम और एसी टू डीसी की निगरानी में पूरी पारदर्शिता के साथ होगी। इसके लिए दो स्थानों पर मशीनें लगेंगी, जिसमें इंसीनेटर, कंपोस्टर, कंप्रेशर आदि मशीनें लगाई जाएंगी। इंसीनेटर में जहां कचरे को जलाया जाएगा, वहीं कंपोस्टर से तैयार होने वाली खाद किसानों व आम लोगों को उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही शहर का जो अतिरिक्त कचरा बचेगा उसे मनाली के रांगड़ी में बन रहे संयंत्र में भेजा जाएगा और इसके लिए संबंधित कंपनी स्वयं ही कचरा उठाएगी। कुल्लू के साथ भुंतर का कचरा भी कंपनी उठाएगी तथा इसके लिए दोनों नगर परिषदों को कंपनी ने पत्र लिखा है। भुंतर का कचरा कुल्लू भी आएगा तथा वहां केवल ऐसी जगह की तलाश की जाएगी जहां से कंपनी कचरे को एकत्रित कर सके। मनाली और कुल्लू के संयंत्रों का काम दो-तीन माह में शुरू हो जाएगा। बड़ी पंचायतों के बनाए जाएंगे कलस्टर
उपायुक्त यूनूस ने कहा कि पतलीकूहल, नग्गर इत्यादि बड़ी पंचायतों के कलस्टर बनाए जाएंगे और इन स्थलों का कचरा भी मनाली संयंत्र में समाविष्ट होगा। कचरे को स्वयं कंपनी संयंत्र तक ले जाएगी और इसमें किसी प्रकार की बदबू अथवा रिसाव नहीं होगा। उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि वे सीवरेज के कनेक्शनों के लिए जल्द से आवेदन करें। कुल्लू में होता है छह से सात टन कचरा
नगर परिषद कुल्लू का ही छह से सात टन कचरा होता है। वहीं रांगड़ी में 1.2 मैगावाट के बनने वाले संयंत्र में भी कुल्लू से कचरा जाएगा। रांगड़ी संयंत्र के लिए महत्वपूर्ण मशीनें बाहर से मंगवाई जा रही हैं तथा इनके आते ही उन्हें इंस्टाल कर अगली कार्रवाई की जाएगी। एक्शन कमेटी तुरंत करेगी आपदा में मदद
जिले में लगातार बारिश और बर्फबारी से होने वाले नुकसान में तुरंत कार्रवाई के लिए ब्लॉक स्तर पर एक्शन कमेटी का गठन जिला प्रशासन ने किया है। इसके लिए संबंधित एसडीएम, बीडीओ, डीएफओ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी सदस्य हैं। कहीं भी कोई आपदा होने पर संबंधित पंचायत के सहयोग से तुरंत वहां राहत कार्य होगा तथा किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी। अधिकतर मामलों में फॉरेस्ट एरिया बाधा बनता है लेकिन आपदा में यह कमेटी तुरंत एक्शन लेगी तथा फॉरेस्ट एरिया आदि समस्या को मौके पर ही हल किया जाएगा।