दलाई लामा टेंपल में कोरोना संक्रमण के नौ मामले आने के बाद जानिए धर्मगुरु का हेल्थ अपडेट
Dalai Lama Temple Mcleodganj मैक्लोडगंज स्थित धर्मगुरु दलाई लामा टेंपल में कोरोना संक्रमण के नौ मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद धर्मगुरु दलाई लामा का कोविड टेस्ट नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन का कहना है कि दलाई लामा पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Dalai Lama Temple Mcleodganj, मैक्लोडगंज स्थित धर्मगुरु दलाई लामा टेंपल में कोरोना संक्रमण के नौ मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद धर्मगुरु दलाई लामा का कोविड टेस्ट नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन का कहना है कि दलाई लामा पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही खुद हो आइसोलेट कर लिया था। बीते दिनों उन्होंने सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ आखिरी मुलाकात की थी। इसके बाद से वह आइसोलेट हो गए हैं। तब से वह अपने स्टाफ के केवल तीन लोगों के संपर्क में ही आ रहे हैं। इसके अलावा उनके महल में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। 2020 में कोरोना काल शुरू होने के साथ ही उन्होंने खुद को सुरक्षित अलग कर लिया था। उनकी सभी बैठकें व टीचिंग रद कर दी थीं।
दलाई लामा टेंपल में अभी तक नौ कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हो चुके हैं। इसमें सात कर्मचारी शुक्रवार को संक्रमित हुए, जबकि दो कर्मी वीरवार को संक्रमण की चपेट में आए थे।
स्वयं बहुत अधिक एहतियात बरत रहे दलाईलामा के सैंपल लेने से स्वास्थ्य विभाग इनकार कर रहा है, क्योंकि बताया जा रहा है कि एक तो दलाई लामा किसी के संपर्क में आ रहीं रहे हैं, दूसरे वह बिल्कुल फिट हैं। ऐसे में उनका कोरोना टेस्ट करवाने की कोई जरूरत ही नहीं है। अब तक जो भी कर्मचारी उनके मंदिर में संक्रमित पाए गए हैं, वह न तो दलाई लामा और न ही उनके स्टाफ के तीन खास यानि उसके पास जाने वाले लोगों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क में आए हैं।
यहां बता दें कि पिछले दो साल में दलाई लामा केवल दो बार ही लोगों से मिले हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से 20 दिसंबर को उन्होंने मुलाकात की थी। इससे तीन चार दिन पूर्व दलाई लामा से निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग मिले थे।
उधर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर विक्रम कटोच ने कहा धर्मगुरु दलाई लामा पूरी तरह सुरक्षित हैं। वह लंबे समय से किसी से नहीं मिल रहे हैं और न ही उनके संपर्क में कोई लोग आ रहे हैं। ऐसे में उनका टेस्ट करने की जरूरत नहीं है।