Move to Jagran APP

साइबर क्राइम के लिए हो रहा जनधन खातों का इस्तेमाल, पुलिस ने तैनात किए प्रशिक्षित कर्मचारी

Cyber crime साइबर ठगी करने वाले पैसों के लेन-देन के लिए जनधन खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 08:40 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 08:40 AM (IST)
साइबर क्राइम के लिए हो रहा जनधन खातों का इस्तेमाल, पुलिस ने तैनात किए प्रशिक्षित कर्मचारी
साइबर क्राइम के लिए हो रहा जनधन खातों का इस्तेमाल, पुलिस ने तैनात किए प्रशिक्षित कर्मचारी

शिमला, जेएनएन। साइबर ठगी करने वाले पैसों के लेन-देन के लिए जनधन खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह जानकारी हिमाचल साइबर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों से जुड़े मामलों की छानबीन के दौरान सामने आई है। कई जनधन खातों में पैसों के लेन-देन के लिए या तो खाताधारकों को कमीशन दी जा रही है या फिर उनके खातों को दो से तीन हजार रुपये में खरीद लिया गया है। ऐसे जनधन खातों का इस्तेमाल अलग-अलग राज्यों में किया जा रहा है।

loksabha election banner

जनधन खाते में शून्य बैलेंस होने पर भी पैसे नहीं कटते हैं। इस कारण कई लोग ऐसे बैंक खातों में पैसे जमा नहीं करवा रहे थे। ऐसे में साइबर अपराधी ऐसे लोगों के खातों को इस्तेमाल कर रहे हैं। साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए हिमाचल पुलिस ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की तर्ज पर साइबर अपराध से निपटने के लिए केंद्रीय एजेंसी के गठन की मांग की गई है।

प्रशिक्षित पुलिस कर्मी तैनात

साइबर अपराधी अलग-अलग राज्यों और विदेश में बैठकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें पकडऩा कठिन होता है। राज्यस्तर पर साइबर पुलिस के साथ जिलास्तर पर भी अलग से साइबर क्राइम से निपटने के लिए प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। 

क्या हैं जनधन खाते

गरीबों का भी बैंक में खाता हो और वे पैसे जमा कर सकें, इसके लिए शून्य बैलेंस पर जनधन खातों को खुलवाया गया था। देश में करोड़ों जनधन खाते खोले गए थे। कई जनधन खाते बंद भी हो गए हैं।

बैंक खातों से ठगी करने के मामलों की जांच में सामने आया है कि ऐसे पैसों को जनधन खातों में ट्रांसफर करवाया जा रहा है। जनधन खाताधारकों को कमीशन दी जा रही है या उनके खाते खरीद लिए गए हैं। -एसआर मरडी, प्रदेश पुलिस महानिदेशक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.