Curfew का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस की ड्रोन से नजर, खनियारा के बाद सकोह से खदेड़े युवक
कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू के दौरान लोग घरों से बाहर न निकलें इसके लिए पुलिस प्रशासन ने ड्रोन का सहारा लिया है।
धर्मशाला, मुनीष गारिया। कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू के दौरान लोग घरों से बाहर न निकलें, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने ड्रोन का सहारा लिया है। पुलिस की ये ड्राेन प्रणाली काफी कारगर भी सिद्ध हो रही है। वीरवार को खनियारा के जंगलों से करीब 100 लोग वापस भगाए थे, जबकि शुक्रवार सुबह सकोह में भीड़ एकत्रित कर खेल रहे युवाओं को भी घर वापस भेजा। जानकारी के मुताबिक पुलिस को पिछले कुछ समय के सूचनाएं मिल रहीं थी कि कर्फ्यू के कारण लोगों ने जंगलों की ओर रुख कर दिया है।
10 से 15 लोगों का ग्रुप बनकर लोग जंगलों से लकड़ियां काटने और पिकनिक मनाने व गांव के युवा एकत्रित होकर खेल रहे हैं। इसको लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने वन कर्मियों को भी बताया था। स्थानीय लोग और वन विभाग की सूचना के बाद पुलिस ने वीरवार को खनियारा के जंगलों में ड्रोन घुमाया तो वहां बहुत लोग पाए गए। इस दौरान पुलिस ने खनियारा के जंगलों से करीब 80 से 90 लोग भगाए।
वहीं शुक्रवार सुबह नगर निगम वार्ड नंबर 9 सकोह से ड्रोन से निगरानी के दौरान पाया गया है कि बच्चे सुबह 7 बजे ही खेलने शुरू हो जा रहे हैं। इन बच्चों को भी घर वापस भेजा। पुलिस थाना प्रभारी धर्मशाला राजेश कुमार का कहना है ड्रोन से निगरानी कर अभी तक लोगों को भगाया जा रहा है। अब कर्फ्यू के समय घर के बाहर पाया गया और ड्रोन में निगरानी में दौरान घर से बाहर एवं जंगल में पाया गया तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
दो किलोमीटर दूर से हो जाती है लोगों की पहचान
ड्रोन की उच्च क्वालिटी का कैमरा लगाया गया है। इसे रिमोट की माध्यम से उड़ाया जाता है। ड्रोन में लगे कैमरे से दो किलोमीटर दूर तक के लोगों की पहचान हो जाती है।