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चुनाव की दहलीज पर सीयू व एयरपोर्ट के मुद्दे पर दंगल

केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर पहले से ही चल रही राजनीतिक जंग के बीच अब कांगड़ा हवाई अड्डे को लेकर भी राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है

By Munish DixitEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 05:48 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 05:48 PM (IST)
चुनाव की दहलीज पर सीयू व एयरपोर्ट के मुद्दे पर दंगल
चुनाव की दहलीज पर सीयू व एयरपोर्ट के मुद्दे पर दंगल

दिनेश कटोच, धर्मशाला। लोकसभा चुनाव से पूर्व कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के मुद्दों पर राजनीति गर्माने लगी है। केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर पहले से ही चल रही राजनीतिक जंग के बीच अब कांगड़ा हवाई अड्डे को लेकर भी राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है। चाहे वह केंद्रीय विश्व विद्यालय हो या फिर कांगड़ा हवाई अड्डा दोनों ही का संसदीय क्षेत्र की राजनीति से अहम जुड़ाव तो है ही, वहीं यह सीधे-सीधे आम व्यक्ति से भी जुड़े हैं। कांगड़ा हवाई अड्डा जो कि सामरिक दृष्टि से भी अपना एक अलग महत्व रखता है को लेकर इन दिनों जिला कांगड़ा में राजनीति गर्म है।

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संसदीय क्षेत्र के सांसद शांता कुमार द्वारा हवाई अड्डा में आने वाले हवाई उड़ानों के किराये को कम करने की बात पर कांग्रेस ने उल्टे शांता कुमार को इस मसले पर घेर दिया है। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि शांता कुमार हवाई किराये को कम करने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन इस हवाई पट्टी के विस्तारीकरण को लेकर उन्होंने कभी कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा का कहना है कि शांता कुमार हवाई यात्रा के किराये को कम करने की तो बात उठा रहे हैं लेकिन केंद्र व प्रदेश में भाजपा सरकारें होने के बावजूद भी हवाई अड्डे के विस्तार का मामला अभी भी लटका हुआ है।

लोकसभा चुनाव से पूर्व सीयू के बाद अब कांगड़ा हवाई अड्डा पर राजनीति गर्माई है तो आरोप प्रत्यारोप भी एक दूसरे पर लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस का यह मानना है कि यूपीए सरकार के समय में वर्ष 2013 में इस हवाई अड्डा में लगभग बंद हो चुकी हवाई सेवा को दोबारा से पंख लगाए गए थे, तो इसके विस्तार के लिए भी कवायद शुरू हुई थी। वर्ष 2016 में कांग्रेस सरकार ने वायु सेना के साथ हवाई अड्डे के विस्तारीकरण को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की थी, लेकिन अब भाजपा सरकार के शासनकाल में इस पर कोई काम नहीं हो रहा है। जबकि पूरे प्रदेश का यही एकमात्र बड़ा हवाई अड्डा है और जो कि सैन्य व पर्यटन की दृष्टि से भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जबकि भाजपा की दलील है कि हवाई अडडे विस्तार के लिए सरकार गंभीर है।

उम्मीद शीघ्र होगा विस्तार

हवाई अड्डे के विस्तार को लेकर कवायद शुरू है। रक्षा मंत्रालय ने भी प्रस्ताव रखा है कि कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार किया जाए क्योंकि पठानकोट एयरबेस पूर्णतय सुरक्षित नहीं है। हवाई अड्डे के विस्तार का मामला केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। उम्मीद है कि शीघ्र इस हवाई अड्डे का विस्तार होगा, और बड़े जहाजों के आने से यहां पर पर्यटन गतिविधियों में भी विस्तार होगा।

शांता कुमार, सांसद कांगड़ा संसदीय क्षेत्र

कांग्रेस ने शुरू की कवायद भाजपा मौन

कांग्रेस सरकार द्वारा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए कवायद शुरू की गई थी। लोस चुनावों को देख अब शांता कुमार को किराए को कम करने की याद आई है, लेकिन इसके विस्तार को लेकर केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से मौन है। -सुधीर शर्मा, पूर्व शहरी विकास मंत्री।


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