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बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख की ठगी

दिल्ली में बैंक या डाकघर में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ ठगों ने अंब डोली के एक युवक से छह लाख रुपये ठगे लिए। जिसको लेकर पीड़ित युवक ने रविवार को पुलिस थाना ज्वालामुखी में शिकायत दर्ज करवाई है। ठगी करने वाले आरोपितों में एक युवक हमीरपुर एक फतेहपुर कांगड़ा व छह पटना से हैं। नौकरी के बात होने के बाद बीच बीच में ठगे पैसे एंठते रहे बाद में फर्जी तरीके से इंटरव्यू करवाने के बाद अब उन सभी के मोबाइल फोन स्पिच ऑफ हैं। जानकारी मुकेश कुमार पुत्र अजीत सिंह निवासी अंब डोली ज्वालामुखी ने अपनी शिकायत में कहा कि उससे ठगी करने वालों में एक संजीव कुमार निवासी देहा डाकघर पंसाई नादौन हमीरपुर बोधराज निवासी सिहल तहसील फतेहपुर के अलावा श्याम लाल विशाल कुमार विरेंद्र सिंह जितेंद्र सिंह धर्मेंद्र व अमन सभी निवासी पटना बिहार शामिल हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 08:25 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:32 AM (IST)
बैंक में नौकरी दिलाने के नाम  पर छह लाख की ठगी
बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख की ठगी

जागरण टीम, सपड़ी/ज्वालामुखी (कांगड़ा) : दिल्ली में बैंक या डाकघर में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ ठगों ने अंब डोली के एक युवक से छह लाख रुपये ठगे लिए। इस बाबत पीड़ित युवक ने रविवार को पुलिस थाना ज्वालामुखी में शिकायत दर्ज करवाई है। ठगी करने वाले आरोपितों में एक हमीरपुर, एक फतेहपुर (कांगड़ा) और छह पटना के हैं। आरोपित बीच-बीच में पीड़ित युवक से रुपये ऐंठते रहे। अब आरोपितों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहे हैं।

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मुकेश कुमार पुत्र अजीत सिंह निवासी अंब डोली ज्वालामुखी ने शिकायत में कहा है कि उससे ठगी करने वालों में एक संजीव कुमार निवासी बेहा डाकघर पनसाई नादौन हमीरपुर, बोधराज निवासी सिहल तहसील फतेहपुर के अलावा श्याम लाल, विशाल कुमार, विरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, धर्मेंद्र व अमन सभी निवासी पटना शामिल हैं। मुकेश ने कहा कि अगस्त 2018 में संजीव उसे रिश्तेदारों के घर में एक कार्यक्रम के दौरान मिला था। इस दौरान संजीव ने उसे बताया कि दिल्ली में एक सॉफ्टवेयर कंपनी के अधिकारियों से उसके संबंध हैं। यह कंपनी नोएडा में बैंक और डाकघरों में नौकरी दिलाती है। कंपनी के माध्यम से नौकरी पाने वाले की पांच साल बाद परीक्षा होती है और उसके बाद कर्मचारी नियमित हो जाते हैं। दोनों में सहमति के बाद अगस्त में संजीव ने अपने दोस्तों से संपर्क करवाया और एक लाख रुपये ले लिए। इसके बाद हर दूसरे माह इसी तरह पैसे लेते रहे। अगस्त 2019 के अंतिम सप्ताह उसने 60 हजार रुपये देते हुए नौकरी की बात की। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह आरोपितों ने मुकेश कुमार को नोएडा में बुलाया और वहां किसी एक ऑफिस में इंटरव्यू लिया और कहा कि दो-चार दिन में वे उसे फोन कर ज्वाइनिग के लिए बुला लेंगे। इंटरव्यू के बाद सभी आरोपितों ने मोबाइल फोन बंद कर लिए हैं और संजीव का भी कोई अता-पता नहीं है। डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज ने बताया कि सभी आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।


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