कोरोना मरीज की आत्महत्या के बाद हरकत में विभाग, रात को भी स्वास्थ्य जांच; डीसी ने बिठाई है जांच
Coronavirus शिमला के कोरोना समर्पित अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला की आत्महत्या के मामले के बाद वीरवार को प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजों के इलाज की मॉनीटरिंग करना जिला प्रशासन ने भी शुरू कर दी है।
शिमला, जागरण संवाददाता। शिमला के कोरोना समर्पित अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला की आत्महत्या के मामले के बाद वीरवार को प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजों के इलाज की मॉनीटरिंग करना जिला प्रशासन ने भी शुरू कर दी है। प्रशासन की ओर से बुधवार रात 1.30 बजे सो रहे मरीजों को उठाकर चेकअप किया गया। साथ ही सभी मरीजों का ईसीजी करवाया गया। जिला प्रशासन के अधिकारी स्वयं इन मरीजों को फोन करके अस्पताल की ओर से दी जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे हैं।
डीसी शिमला ने एडीएम लॉ एंड आॅर्डर की अध्यक्षता में महिला मरीज की आत्महत्या को लेकर जांच कमेटी बिठाई है। दस दिनों के भीतर मांगी गई रिपोर्ट में मामले के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होगी। रिपन अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव चौपाल की महिला ने वार्ड के बाहर गैलरी में मंगलवार देर रात को फंदा लगाकर जान दे दी थी। महिला हाई ब्लड प्रेशर की मरीज थी। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण महिला को चौपाल से रिपन शिफ्ट किया गया था। महिला की मौत को लेकर स्वजनों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
अस्पताल में डर का माहौल
रिपन अस्पताल के नए भवन में कोरोना संक्रमितों को दाखिल किया जाता है। मौजूदा समय में इस भवन में करीब 80 मरीज दाखिल किए गए हैं। फिलहाल तीन मंजिलों में अलग-अलग श्रेणी के मरीजों को रखा गया है। टॉप फ्लोर में गंभीर स्थिति वाले मरीज, इससे नीचे वाले फ्लोर में कम गंभीर मरीज और इससे नीचे की मंजिल में एसिम्टोमेटिक मरीजों को रखा गया है। बताया जा रहा है कि महिला जिस मंजिल में दाखिल थी, वहां करीब 25 से 30 मरीज दाखिल थे। आत्महत्या की घटना के बाद मरीजों व स्टाफ में डर का माहौल बना हुआ है।