प्रवासी मजदूर नहीं रोके तो कई उद्योगों में लटकेंगे ताले, बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से पलायन जारी
उत्तर भारत के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है।
बद्दी, रणेश राणा। उत्तर भारत के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना करीब 1500 से 2000 मजदूर वापस अपने घर जा रहे हैं। इनका पलायन नहीं रोका गया तो कई उद्योगों में ताले लटक सकते हैं। प्रवासी मजदूरों का कहना है कि मकान मालिकों ने उनका किराया भी माफ नहीं किया है। इस कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बीबीएन में कई उद्योग ऐसे हैं जहां पर 90 फीसद प्रवासी मजदूर कार्य करते थे। इसके अलावा निर्माण कार्य, खोदाई व अन्य कार्य ठेकेदार प्रवासी मजदूरों से करवाते हैं। इनके जाने से सभी कार्य ठप हो जाएंगे। बीबीएन के उद्योगपतियों ने सरकार से प्रवासी मजदूरों का पलायन रोकने की गुहार लगाई है।
लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष राजीव कंसल ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के जाने से कई छोटे उद्योगों पर ताले लटक जाएंगे। उद्योगपति राजेश ङ्क्षजदल ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर मजदूरों का पलायन रोकना चाहिए। लॉकडाउन के कारण घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की वजह से औद्योगिक क्षेत्र में कारोबार ठप हो सकता है।
प्रवासी कामगारों के लिए 2864 मीट्रिक टन निशुल्क चावल
प्रदेश भाजपा सह मीडिया प्रभारी सुमित शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर पैकेज योजना के तहत प्रवासी कामगारों के लिए प्रदेश में 2864.45 मीट्रिक टन चावल जारी किया गया है। जल्द सरकार इसे प्रवासी कामगारों को जारी करेगी। प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल मई व जून में निशुल्क दिया जाएगा। इसकी डिलीवरी 18 मई से भारतीय खाद्य निगम ने शुरू कर दी है। कई मीट्रिक टन चावल एचपीएससीएमसी को जारी किया जा चुका है ताकि प्रवासी कामगारों को मिल सके।