Coronavirus: नेरचौक मेडिकल काॅलेज में भी होगा कोरोना वायरस का उपचार व जांच, सीएम ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नेरचौक मंडी को कोविड-19 के लिए पूर्ण रूप से समर्पित अस्पताल बनाया जाए।
शिमला, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय (एसएलबीएसजीएमसी) नेरचौक मंडी को कोविड-19 के लिए पूर्ण रूप से समर्पित अस्पताल बनाया जाए। आइजीएमसी शिमला तथा डाॅ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज टांडा में भी कोविड-19 के मरीजों की जांच तथा उपचार जारी रहेंगे। अब यह तीसरा अस्पताल होगा, जहां जांच व उपचार होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा तीन जो नए मामले आये हैं। उनको निगरानी में रखा गया है और संपर्क में आने वालों का पता लगाया जा रहा है। अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस के लिए 270 लोगों की जांच की जा चुकी है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले 6,336 व्यक्तियों को राशन के रूप में सहायता प्रदान की गई, जब उन्होंने 1077 पर संपर्क किया।
सभी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है तथा सप्लाई चेन में किसी प्रकार की रुकावट नहीं है। करियाना आदि की दुकानों में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, जिससे आमजन को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य के पास खुले बाजार के साथ-साथ सरकारी गोदामों में भी पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि दूध, ब्रेड, सब्जियां, दवाइयां और मास्क जैसे अन्य सामान बाजार में भी उपलब्ध हैं और पेट्रोलियम उत्पाद और एलपीजी सरकारी गोदामों में उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार बाजार में सब्जियों और फलों की उचित आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है और लोगों को खरीददारी के लिए पर्याप्त समय मिल रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा प्रदेश में वीरवार को भी विभिन्न सीमावर्ती ज़िलों में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। राज्य के बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना आदि सीमावर्ती जिलों में 31 मार्च से 2 अप्रैल तक 486 वाहनों में 1,46,013 एलपीजी सिलेंडर, 249 वाहनों में 27,83,060 लीटर डीज़ल/पैट्रोल, 804 वाहनों में 10,11,857 लीटर व 27,955 करेट दूध, 2,829 वाहनों में 22,405 टन किराने का सामान व अंडों की 430 ट्रे, 1,790 वाहनों में 11,566 टन सब्जियां व फल, 676 वाहनों में 448 टन व 2,33,560 डिब्बे विभिन्न जरूरी दवाइयां व सैनिटाइजर तथा 555 वाहनों में 6,041 टन पशुओं के चारे की आपूर्ति की गई है।