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टांडा में इलाज के लिए धूप में खड़ा नहीं होना पड़ेगा

डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में इलाज के लिए मरीजों को अब धूप में खड़ा नहीं होने की जरूरत नहीं है। अब पर्ची बनवाकर मरीज सीधे ओपीडी में जाकर इलाज करवा सकेंगे। लक्षण दिखने वाले व चिकित्सक के कहने पर ही मरीजों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे।

By Vijay BhushanEdited By: Published: Mon, 28 Jun 2021 11:15 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jun 2021 11:15 PM (IST)
टांडा में इलाज के लिए धूप में खड़ा नहीं होना पड़ेगा
कांगड़ा स्थित टांडा मेडिकल कालेज का भवन। जागरण आर्काइव

टांडा, जागरण संवाददाता। डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में इलाज के लिए मरीजों को अब धूप में खड़ा नहीं होने की जरूरत नहीं है। अब ओपीडी ब्लाक में पर्ची बनवाकर मरीज सीधे ओपीडी में जाकर इलाज करवा सकेंगे। अब लक्षण दिखने वाले व चिकित्सक के कहने पर ही मरीजों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे। सोमवार से यह व्यवस्था लागू हो गई है। इससे मरीजों ने राहत की सांस ली है। इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्थापित फ्लू कार्नर की व्यवस्था जारी रहेगी।

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टांडा मेडिकल कालेज में इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्थापित फ्लू कार्नर में पास बनवाने के बाद मरीजों के रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जा रहे थे। टेस्ट रिपोर्ट दिखाने पर ही सिक्योरिटी गार्ड अस्पताल में प्रवेश की अनुमति देते थे और इसके बाद ही मरीज की पर्ची बनती थी। ऐसे में मरीजों को इलाज में देरी हो रही थी। अनलाक के बाद टांडा में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण कोविड जांच रिपोर्ट के लिए मरीजों से तीन से चार घंटे तक धूप में खड़े होना पड़ रहा है। इससे उनकी दिक्कत बढ़ गई थी। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। अब अस्पताल प्रशासन ने इस व्यवस्था को खत्म कर दिया है, जिससे मरीजों ने राहत की सांस ली है।

कोविड अस्पताल शिफ्ट किए मरीज

टांडा मेडिकल कालेज के सुपर स्पेश्येलिटी ब्लाक से कोरोना मरीजों को सोमवार को कोविड अस्पताल यानी मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल में भर्ती कर दिया है। यहां करीब 16 मरीज भर्ती थे। सुपर स्पेश्येलिटी ब्लाक की चौथी व पांचवीं मंजिल पर कोविड वार्ड बनाने के बाद तीन-चार माह से कैथ लैब बंद होने से दिल के रोगियों की दिक्कत बढ़ गई थी। उन्हें कार्डियोलाजी विशेषज्ञों की सलाह तो मिल रही थी, लेकिन गंभीर हालत में विशेषज्ञ भी उपचार नहीं कर पा रहे थे। पिछले साल ही इसी तरह की परेशानी हुई थी। इस बार मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल बनने के बाद भी राहत नहीं मिल पाई।

पहली से सुपर स्पेश्येलिटी ब्लाक में ओपीडी शुरू होने की उम्मीद

कोविड मरीजों को मेक शिफ्ट अस्पताल में भर्ती करने के बाद अब पहली जुलाई से सुपर स्पेश्येलिटी ब्लाक में ओपीडी चलाने की कवायद शुरू कर दी है। अस्पताल प्रशासन अब चौथी व पांचवीं मंजिल समेत सारे भवन को सैनिटाइज करेगा। इसके बाद इसे 24 घंटे के लिए पूरी तरह बंद किया जाएगा, ताकि कहीं कोरोना वायरस हो तो वह मर जाए। सुपर स्पेश्येलिटी ब्लाक में कार्डियो, न्यूरोसर्जरी, गेस्ट्रोएंट्रोलाजी, सीटीवीएस, रेडियोथैरेपी समेत अन्य विभागों की ओपीडी चलती है।

मरीज अब पर्ची बनवाकर सीधे ओपीडी में जांच करवाने के लिए जा सकते हैं। अनलाक के बाद मेडिकल कालेज में ओपीडी लगातार बढ़ रही है। सामान्य दिनों में यहां 1800 से 2000 तक ओपीडी रहती है। ऐसी स्थिति में सबकी कोविड जांच करना संभव नहीं है। अब सिर्फ लक्षण दिखने वाले व चिकित्सक की सलाह पर ही मरीजों की कोरोना जांच की जाएगी। यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।

-डा. सुशील शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक टांडा मेडिकल कालेज।

आज दो घंटे पेन डाउन स्ट्राइक करेंगे रेजिडेंट डाक्टर

हिमाचल मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन के समर्थन में मंगलवार को रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन (आरडीए) टांडा भी दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक करेगी। आरडीए अध्यक्ष डा. अंकुर गौतम व महासचिव डा. अभिमन्यु पटियाल ने बताया कि पेन डाउन स्ट्राइक की पूर्व सूचना कालेज के प्राचार्य सहित स्वास्थ्य सचिव को भी दे दी है। उन्होंने बताया कि हड़ताल के दौरान सुबह साढ़े नौ से साढ़े 11 बजे तक कोविड समेत आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।


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