जनसंख्या विस्फोट को रोके सरकार : शांता
वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा कि करोना संकट की आपदा में भारत के विकास से सम्बन्धित एक कठोर और कड़वी सच्चाई भी सामने आ रही है। सामान्य स्थिति होने के बाद सरकार को प्राथमिकता से उसका समाधान करना होगा। मीडिया को जारी बयान में शांता कुमार ने कहा कि गरीब प्रदेशों के लाखों मजदूर रोटी रोजी कमाने के लिए घर बार छोड़ कर परिवार के साथ संपन्न प्रदेशों में मजदूरी करते है।
पालमपुर, जागरण संवाददाता। वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा है कि कोरोना आपदा में भारत के विकास से संबंधित कड़वी सच्चाई सामने आ रही है। सामान्य स्थिति होने के बाद सरकार को प्राथमिकता से इसका समाधान करना होगा। शनिवार को जारी प्रेस बयान में शांता कुमार ने कहा कि गरीब प्रदेशों के लाखों मजदूर घर छोड़कर परिवार के साथ संपन्न प्रदेशों में मजदूरी करते हैं।
कोरोना से परेशान घर जाने के लिए बेताब उनकी स्थिति देखकर देश की आंखें खुल गई हैं। देशभर में छोटे बच्चों के साथ पैदल जा रहे बदहवाश मजदूरों को देखकर दिल दहल जाता है। शांता कुमार ने कहा कि इस संकट से पहले शान से कहा जाता था कि भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था है। दुनिया के पांच अमीर देशों में भारत का नाम है। करोड़ों लोग गरीबी की रेखा से ऊपर उठ गए हैं।
अब कोरोना ने कलई खोल दी है। 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास और गरीबी दूर करने की कोशिश हुई है पर योजनाओं को लागू करने वाला नीचे तक का प्रशासन योग्य व ईमानदार नहीं है। योजनाएं पूरी तरह लागू नहीं हुई हैं। सफलता के आंकड़े फर्जी हैं। बकौल शांता, इस सबके बाद भी योजनाओं का कुछ लाभ हुआ लेकिन इसका बड़ा हिस्सा बढ़ती आबादी का राक्षस निगल गया।
कड़वी सच्चाई यह है कि विकास हुआ पर उसका अधिक लाभ ऊपर के लोगों को हुआ। विकास के साथ-साथ आर्थिक विषमता भी बढ़ती गई है। भारत की आबादी 34 करोड़ से बढ़कर 140 करोड़ हो गई। प्रतिवर्ष एक करोड़ 60 लाख आबादी बढ़ती है। हर साल एक करोड़ नए बेरोजगार खड़े हो जाते हैं। कोई भी सरकार कितनी भी योजनाएं चलाए लेकिन इस प्रकार बढ़ती आबादी में गरीबी दूर नहीं हो सकती है।
शांता कुमार ने कहा है कि सामान्य स्थिति होने के बाद सबसे जरूरी पहला काम सरकार को जनसंख्या विस्फोट को रोकना होगा। हम दो, हमारे दो और अब सबके दो को सख्ती के साथ लागू करना होगा।