बस किराया बढ़ाने पर सरकार के विरोध में उतरी कांग्रेस, बढ़ोतरी वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी
Congress Protest कांग्रेस प्रवक्ता संजय रतन ने कहा जिस तरह से प्रदेश सरकार द्वारा 25 फीसद बढ़ाया किराया सरासर गलत है जोकि जनता के साथ अन्याय है।
ज्वालामुखी, जेएनएन। ज्वालामुखी के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस प्रवक्ता संजय रतन ने कहा जिस तरह से प्रदेश सरकार द्वारा 25 फीसद बढ़ाया किराया सरासर गलत है जोकि जनता के साथ अन्याय है। सरकार बढ़ा किराया तुरंत वापस ले नहीं तो संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते प्रदेश की जनता के रोजगार ठप पड़े हुए हैं। लोगों के पास आय का कोई साधन नहीं है और ऊपर से प्रदेश सरकार ने बस किराये में वृद्धि कर जनता पर बोझ डालने का काम किया है। संजय रत्न ने प्रदेश में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या पर भी ध्यान देने के लिए सरकार को चेताया है।
वहीं ज्वालामुखी ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष नीरज शर्मा के नेतृत्व में युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बस किराये में वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और तहसीलदार ज्वालामुखी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर ज्वालामुखी शहरी युवा अध्यक्ष अंकुश सूद, महासचिव कंचन दत्त, अनिकेत चौधरी, सादिक मोहम्मद, शम्मी कुमार, उदित मेहरा, अमित कुमार, रितेश, आशिक अली, पारस सूद, मनोज कुमार, सुनील, पंकज, रोहित, लकी मौजूद रहे।
बढ़ा बस किराया वापस ले सरकार : स्वाभिमान पार्टी
स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश मंत्री डॉ. स्वरूप सिंह राणा तथा जिला कांगड़ा अध्यक्ष रमेश भाऊ ने कहा कि सरकार ने बस किराये में बढ़ोतरी कर जनता की जेब पर कैंची चलाई है। प्रदेश में पहले ही पड़ोसी राज्यों की तुलना में बस किराये डेढ़ गुणा अधिक है। इस समय बस किराये बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं। उन्होंने सरकार से बस किराये में की वृद्धि को वापस लेने की मांग की।
बस किराया वृद्धि वापस न हुई तो होगा आंदोलन : किशोरी लाल
पूर्व विधायक किशोरी लाल ने कहा कि सरकार द्वारा बस किराये में की गई बढ़ोतरी गरीब लोगों पर किसी अत्याचार से कम नहीं है। कोरोना महामारी के समय जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए थी, लेकिन जय राम सरकार ने गरीब व मध्यम वर्ग पर किराये का बोझ डाल दिया। यहां पत्रकारों से बातचीत में किशोरी लाल ने कहा कि बस किराया बढ़ाने की बजाय प्रदेश सरकार को पेट्रोल डी•ाल पर टैक्स कम करना चाहिए ताकि निजी बस ऑपरेटरों को भी नुकसान नहीं होता और गरीब जनता पर भी मंहगाई का बोझ नहीं पड़ता। अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।