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Himachal Assembly: उपचुनाव में जीत के बाद हिमाचल विधानसभा में बढ़ गई कांग्रेस विधायकों की संख्‍या

Congress MLA In Himachal Assembly हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। तीन विधायकों के निधन से खाली हुई सीटों पर कांग्रेस ने विजय प्राप्त की। भाजपा के 43 कांग्रेस के 22 माकपा का एक व निर्दलीय दो विधायक हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Wed, 03 Nov 2021 07:47 AM (IST)Updated: Wed, 03 Nov 2021 07:47 AM (IST)
Himachal Assembly: उपचुनाव में जीत के बाद हिमाचल विधानसभा में बढ़ गई कांग्रेस विधायकों की संख्‍या
हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Congress MLA In Himachal Assembly, हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। तीन विधायकों के निधन से खाली हुई सीटों पर कांग्रेस ने विजय प्राप्त की। भाजपा के 43, कांग्रेस के 22, माकपा का एक व निर्दलीय दो विधायक हैं। कांग्रेस ने जुब्बल-कोटखाई सीट भाजपा के कब्जे से छीनी है। जुब्‍बल कोटखाई में पहले भाजपा के नरेंद्र बरागटा विधायक थे। अब यहां से कांग्रेस के रोहित ठाकुर विजयी हुए हैं। फतेहपुर से सुजान स‍िंह पठानिया के पुत्र भवानी पठानिया पहली बार निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा अर्की से संजय अवस्‍थी भी पहली बार निर्वाचित हुए हैं, हालांकि उन्‍होंने पहले भी चुनाव लड़ा था।

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सरकारी एजेंसियों ने तीन सीटें दी थीं भाजपा को

प्रदेश सीआइडी सहित सरकारी एजेंसी उपचुनाव की चार सीट में से तीन भाजपा को जीता रही थीं। मंडी संसदीय सीट पर भाजपा की जीत एक लाख से अधिक अंतर से दी गई थी। फतेहपुर, अर्की विधानसभा सीटें भाजपा के खाते में दी गई थी। केवल जुब्बल-कोटखाई सीट पर कड़ा मुकाबला होता बताया गया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जानकारी दी गई थी।

जयराम ने चारों सीटों पर जीतने वाले कांग्रेस नेताओं को दी बधाई

शिमला। उपचुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चारों सीटों पर विजयी उम्मीदवारों को बधाई दी है। विनम्रता से जनमत को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के चुनाव प्रचार का नेतृत्व कर रहे थे, लिहाजा वह हार की जिम्मेवारी लेते हैं। उन्होंने कहा कि 2022 का चुनावी लक्ष्य हासिल करने के लिए हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सत्ता व संगठन में रह कर काम न करने वाले लोगों की पहचान होगी। उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय सीट पर बेशक कांग्रेस जीती है। मगर कांग्रेस का जीत का अंतर मंडी लोकसभा सीट के इतिहास में सबसे कम है। जीत का अंतर जश्न मनाने लायक नहीं है।


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