चंपा ठाकुर और दीपक शर्मा ने साधा सुखराम परिवार पर निशाना, बोले- कोरोना काल में साेये रहे
Sukhram Family पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर व पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा ने पत्रकारवार्ता के दौरान सुखराम परिवार पर जमकर निशाना साधा। सदर हलके के अदृश्य किरदार अब दृश्य में आने की कोशिश कर रहे हैं।
मंडी, जेएनएन। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर व पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा ने पत्रकारवार्ता के दौरान सुखराम परिवार पर जमकर निशाना साधा। चंपा ठाकुर प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव हैं। सदर हलके के अदृश्य किरदार अब दृश्य में आने की कोशिश कर रहे हैं। आश्रय शर्मा ने बयान दिया था कि सदर हलके में विकास नहीं हुआ है। तीन साल से उनके पिता सदर के विधायक हैं, वह उनसे जवाब क्यों नहीं मांगते। दो साल खुद आश्रय शर्मा भाजपा में रहे हैं। कुलदीप राठौर ने कहा था पार्टी छोड़ गए लोगों को दो साल तक पद नहीं मिलेगा, आश्रय कुलदीप की बात को गलत ठहरा रहे हैं। टिकट आश्रय शर्मा नहीं आलाकमान तय करेगी। उन्होंने कहा यह कांग्रेस है हिविकां नहीं है।
सुखराम परिवार पहले वीरभद्र सिंह को कोसता था। अब जयराम ठाकुर को कोस रहे हैं। सेरी मंच से गिड़गिड़ाकर मंत्री पद मांगा, जिनकी कोई नही सुनता उन्हें जनता फिर क्यों चुने। महेंद्र सिंह ठाकुर मंत्री हैं, अनिल शर्मा को काम करवाने जाना चाहिए। अनिल शर्मा अब घर मे बैठ कर सपने देखें। दीपक ने कहा 2022 के चुनाव में सदर क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी मैं या चंपा ठाकुर होंगी।
अनिल शर्मा टिकट के सपने देखना भूल जाएं। कोरोना काल में अनिल कहां सोए रहे। अधिकारी बात नहीं सुनते अनिल शर्मा का यह बयान गलत है। कांग्रेस के काम भी अधिकारी कर रहे हैं। अनिल शर्मा ने अपने बेटे का दर्द रोया लाहुल व अन्य क्षेत्रों में फंसे लोगों को दर्द क्यों नहीं दिखा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी के लिए सब कुछ करने को तैयार हैं, मगर अनिल शर्मा कभी नहीं गए। अनिल को सिर्फ अपना परिवार दिख रहा है।
चुनाव के समय क्यों घुटन महसूस होती है। चंपा ठाकुर ने कहा आलाकमान ने जबरन दल बदलू को टिकट दिया तो गंभीर परिणाम होंगे। सदर की जनता ने अनिल शर्मा को चुनकर भेजा था काम क्यों नही हो रहे तो जवाबदेही उनकी है।
अनिल ने मंत्री पद जनता के लिए नहीं परिवार के लिए छोड़ा है। थाना पलौन बिजली प्रोजेक्ट का काम क्यों शुरू नहीं हुआ, दो साल ऊर्जा मंत्री रहे। अगर राजनीति में रुचि नहीं तो कुर्सी से क्यों चिपके हुए हैं। सदर के विकास के लिए सबके पास जाना पड़ेगा। चंपा ने कहा अनिल शर्मा ने साजिश रच मुझे जिला परिषद चैयरमेन के पद से हटवाया। लोकसभा चुनाव में पंडित सुखराम मेरे घर आए थे वादा किया था 2022 में विधानसभा का टिकट आपको देंगे। लेकिन अब बाप बेटे को बेटा बाप को टिकट दे रहा है।