दो पूर्व विधायकों सहित 12 कांग्रेस नेताओं को कारण बताओ नोटिस, संतुष्ट जवाब न आने पर हो सकते हैं निष्कासित
कांग्रेस पार्टी में बगावत का बीज बोने और अनुशासन हिनता करने वालों के खिलाफ पार्टी ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है।
शिमला, जेएनएन। कांग्रेस पार्टी में बगावत का बीज बोने और अनुशासन हिनता करने वालों के खिलाफ पार्टी ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को दो पूर्व विधायकों सहित 12 कांग्रेस नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन्हें 15 दिन के भीतर पार्टी के समक्ष अपना जवाब देने के निर्देश दिए हैं। मंडी जिला कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यह कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, उन पर आरोप है कि ये पार्टी के अंदरूनी मामलों को लेकर मीडिया के बीच गए।
न केवल इस्तीफे दिए, बल्कि कई तरह के बेबुनियाद आरोप भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी अध्यक्ष पर लगाए। यही नहीं कुछ रोज पहले इन नेताओं की तरफ से एक शिकायत पत्र पार्टी हाईकमान को भी भेजा गया था। इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सख्ती दिखाते हुए मंडी जिला कांग्रेस कमेटी से रिपोर्ट मांगी थी। बीते रोज ही यह रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को मिली थी। जिसके बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इन नेताओं को दिया कारण बताओ नोटिस
जिन नेताओं को कारण बताओ नोटिस दिया गया है उनमें पूर्व विधायक मनसा राम, पूर्व विधायक सोहन लाल, दीपक शर्मा, पवन ठाकुर, जगदीश रेड्डी, जीवन लाल ठाकुर, लाल सिंह कौशल, सुमन चौधरी, चंपा ठाकुर, संजीव गुलेरिया, विजय पाल ठाकुर, वीना शर्मा प्रमुख है।
पार्टी की छवि हुई खराब
मंडी जिला कांग्रेस कमेटी की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस पूरे घटनाक्रम को सुनियोजित तरीके से रचा गया। इसके पीछे कई नेताओं का हाथ है। पार्टी के अंदरूनी मामलों को जिस तरह पेश किया गया, उससे पार्टी की छवि खराब हुई है।
जवाब आने के बाद होगी आगामी कार्रवाई : किमटा
कांग्रेस के महासचिव (संगठन एवं प्रशासनिक) रजनीश किमटा ने कहा 12 नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 15 दिन के भीतर नोटिस का जवाब मांगा गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद ही इस मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी। पार्टी ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पार्टी नेता आंतरिक मामलों को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से उठा रहे हैं। इससे पार्टी की छवि को खासा नुकसान हो रहा है।