Move to Jagran APP

सावधान! मास्क से भी फैल सकता है स्वाइन फ्लू

swine flu, बिना विशेषज्ञों के सलाह के कोई भी अपने मुंह पर मास्क न पहने, क्योंकि मास्क से भी स्वाइन फ्लू का वायरस फैसले का डर होता है।

By Edited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 08:27 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 11:27 PM (IST)
सावधान! मास्क से भी फैल सकता है स्वाइन फ्लू
सावधान! मास्क से भी फैल सकता है स्वाइन फ्लू

जेएनएन, धर्मशाला। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के मामलों को देखते स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे बचने के लिए अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि बिना विशेषज्ञों की सलाह के कोई भी मास्क न पहनें, क्योंकि इससे भी स्वाइन फ्लू का वायरस फैलने का डर रहता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि स्वाइन फ्लू से बचने के लिए विशेषज्ञों की सलाह के बिना मास्क न पहनें।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में तैनात कर्मचारियों को भी एंटी स्वाइन फ्लू इंजेक्शन लगाए जाएंगे। इस बार डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में अभी तक 146 लोगों के सैंपल लिए हैं और इनमें से 46 पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें जिला कांगड़ा के 35, चंबा के 5, हमीरपुर के 5 व मंडी का एक व्यक्ति शामिल है और इनमें से सात की मौत हो गई है। इस समय अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित आठ लोगों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग जांच कर रहा है कि प्रदेशभर में स्वाइन फ्लू का कौन का वायरस आया है।विभाग के हेल्थ एजूकेटर पंचायत स्तर पर लोगों को स्वाइन फ्लू के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने कहा कि विभाग से ओर से जिला प्रशासन को सुझाव दिया जाएगा कि अगर किसी कार्यालय व स्कूल में कोई फ्लू से ग्रस्त हो तो उसे छुट्टियां दे दें।

कैसे प्रभावित करता है मास्क

नियमों के अनुसार, एक मास्क सिर्फ छह घंटे तक ही स्वाइन फ्लू के वायरस को रोक सकता है। इसके बाद मास्क को सुरक्षित तरीके से ठिकाने लगाना पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति में फ्लू के वायरस हों और वह मास्क का प्रयोग करने के बाद उसे यूं ही रख दे तो मास्क अन्य लोगों में भी वायरस फैलाने का काम करता है। इसके अलावा मास्क गीला हो जाए तो उसे उसी समय उतारकर ठिकाने लगाना पड़ता है।

स्‍वाइन फ़लू के लक्षण

तेज बुखार, खांसी, गले में दर्द, ठंड लगना, निरंतर छींकें आना, शरीर में कंपकंपी, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।

क्या करें

मुंह और नाक को साफ रूमाल से ढककर रखें। खांसते समय रूमाल का प्रयोग करें।हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं। भरपूर नींद लें, इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ज्यादा पानी पीयें।

क्या न करें

यदि फ्लू जैसे लक्षण हों तो स्कूल, कार्यालय व सार्वजनिक क्षेत्रों में जाने से परहेज करें। फ्लू से ग्रस्त व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से हाथ न मिलाए। बार-बार नाक, मुंह और आंखों को न छूएं। मर्जी से दवा न लें। खुले में न थूकें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.