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नौकरी करने वाले रोजगार देने वाले बन गए, सीएम ने स्टार्टअप के लाभार्थियों से की बात; दिया संदेश

Startup Schemes मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि दूसरों के पास कुछ हजार रुपये की नौकरी करने वाले युवा अन्य को भी रोजगार देने वाले बन गए हैं।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sun, 06 Sep 2020 09:02 AM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 09:02 AM (IST)
नौकरी करने वाले रोजगार देने वाले बन गए, सीएम ने स्टार्टअप के लाभार्थियों से की बात; दिया संदेश
नौकरी करने वाले रोजगार देने वाले बन गए, सीएम ने स्टार्टअप के लाभार्थियों से की बात; दिया संदेश

शिमला, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि दूसरों के पास कुछ हजार रुपये की नौकरी करने वाले युवा अन्य को भी रोजगार देने वाले बन गए हैं। यह बात उन्होंने  शनिवार को शिमला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने नई गतिविधियां जैसे ई-रिक्शा, सौर ऊर्जा युक्त थ्री व्हीलर, छोटी मालवाहक गाड़ी, मोबाइल फूड वैन इत्यादि को इस योजना के तहत शामिल करने का निर्णय लिया है। लाभार्थियों की सुविधा के लिए प्रत्येक कार्य के लिए समय सीमा तय की गई है।

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बैंकों द्वारा एक माह के भीतर ऋण स्वीकृति प्रदान की जाएगी और महाप्रबन्धक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा व्यावसायिक उत्पादन के तहत 15 दिन के भीतर शेष अनुदान आबंटित किया जाएगा। पिछले वर्ष 1415 युवाओं ने इस योजना में रूचि दिखाई और पिछले कुछ महीनों में 536 युवाओं ने योजना का लाभ प्राप्त किया। इस वर्ष 2000 युवाओं को लाभांवित  करने का लक्ष्य रखा गया है। उद्योग मंत्री बिक्रम ङ्क्षसह ठाकुर ने कहा कि योजना को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

उपदान का प्रावधान

इस योजना के तहत उद्योग मशीनरी के लिए 40 लाख की अधिकतम सीमा के साथ पुरुषों के लिए 25 प्रतिशत, महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत और विधवाओं के लिए 35 प्रतिशत निवेश अनुदान प्रदान किया जा रहा है।

युवा बोले, योजनाओं से मिला लाभ

  • मैं पहले दूसरों के लिए काम करता था। अब 30 लाख का कर्ज लेकर ईको टूरिज्म के तहत हट्स बनाए हैं और सीजन में हर तरह की सेवाओं को जोड़कर देखा जाए तो मेरे प्रोजेक्ट से 50 लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष तौर पर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। -मनीष जम्वाल, मैहला चंबा।
  • आज से पहले किसी की भी प्रकार की प्र‍िंट‍िंग करवाने के लिए चंडीगढ़ से नीचे बात नहीं होती थी। कई साल से सोचता था कि क्या इस काम को कर सकूंगा। दस लाख की लागत से प्र‍िंट‍िंग की मशीनें आ गई है। तीन युवाओं को नियमित रोजगार मिलेगा। -सुरेश कुमार, केलंग लाहुल-स्पीति।
  • मुझे पहले से पसंद नहीं था कि दूसरों के पास काम करूं। अपना और अपने तौर तरीकों पर काम करने की इच्छा को पूरा करने के लिए योजना वरदान साबित हुई। दो लोगों के साथ दवा की दुकान खोली है। -अनिल ठाकुर, दवा दुकान मालिक कोटला नाला सोलन।
  • निर्माण क्षेत्र में काम की संभावनाएं अधिक है। इसके लिए केवल एक शर्त है कि क्वालिटी काम देने वाला होना चाहिए। मेरा प्रयास रहेगा कि मैं हमेशा लोगों की इच्छ अनुरूप काम करता रहूं। 14.40 लाख का कर्ज लेकर स्टरिंग और मिक्चर खरीदा है। -अमित कश्यप, एमटेक सिविल इंजीनियर सोलन।

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