28 साल पुराने शांता कुमार के अधूरे प्रोजेक्ट पर सीएम जयराम ने लिया संज्ञान, उपायुक्त को दिए निर्देश
CM Action on Shanta Project 28 साल पहले शांता कुमार ने कांगड़ा में एक प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। लेकिन आज तक शुरू नहीं हुआ। इस पर सीएम जयराम ने संज्ञान लिया है।
कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वीरवार को कांगड़ा दौरे पर थे। कांगड़ा के मिनी सचिवालय में लिफ्ट का शुभारंभ करने के बाद सीएम जैसे ही बाहर आए तो कांगड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंडित वेद प्रकाश शर्मा ने तहसील चौक में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की ओर से किए गए बचत भवन के शिलान्यास के बारे में बताया। पंडित वेद प्रकाश शर्मा ने मुख्यमंत्री को बचत भवन के शिलान्यास पर हुए राजनीतिक घटनाक्रम की व्यथा सुनाई।
उन्होंने बताया कि शांता कुमार ने 1992 में बचत भवन का शिलान्यास किया था। इसके बाद कांग्रेस व भाजपा की सरकारें आईं परन्तु यह परियोजना आगे नहीं बढ़ पाई। उन्होंने कहा कि शिलान्यास को करीब 28 वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है। मुख्यमंत्री ने स्वयं तहसील चौक की जमीन को देखा व जिलाधीश कांगड़ा को निर्देश दिए कि वह देखें कि कैसे शिलान्यास को आगे नहीं बढ़ाया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने जो नींव पत्थर लगाया है उस पर कार्य क्यों नहीं शुरू हुआ। इसका पता लगाने के निर्देश जिलाधीश को दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में यह बात लाई गई है और इस योजना को अब नए सिरे से आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक स्थल है और यहां पार्किंग बनाने की योजना पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि कांगड़ा व्यापार मंडल ने उन्हें सुझाव दिए हैं और इस योजना को धरातल पर उतारकर शांता कुमार के अधूरे कार्य को पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यक्रम की झलकियां
- काकू और कुका में मात्राओं का खेल है
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अभी मंच संभाला ही था कि साउंड में कुछ गड़बड़ आ गई। इस उन्होंने कहा कि गला तो इतना भी खराब नहीं है। जिस पर साउंड सिस्टम पर ड्यूटी दे रहे कर्मियों ने बताया कि टेंट से पानी गिरने के कारण साउंड सिस्टम में कुछ खराबी आ गई है। खैर इस तकनीकी कमी को जल्द दूर कर लिया गया। मंत्रिमंडल के सहयोगियों के नाम लेने के बाद मुख्यमंत्री अन्यों के नाम ले ही रहे थे कि इस बीच कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए सुरेंद्र काकू और नगरोटा बगवां से भाजपा के विधायक अरुण मेहरा कूका का नाम लेते ही मुख्यमंत्री का ठहाका गूंज गया कि कूका और काकू में मात्राओं का ही खेल है।
- जब काकू को भाषण बंद करने की दी चिट
बास्केटबॉल के प्रदेश अध्यक्ष मनीष शर्मा फिर पूर्व विधायक संजय चौधरी के संबोधन के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए सुरेंद्र काकू ने मंच संभाला और हर बात को मुख्यमंत्री के समक्ष व जनता के समक्ष रखने में ज्यादा समय ले लिया। कुछ समय के बाद काकू के पास भाषण बंद करने की चिट आ जाती। लेकिन वह लगे रहे। उन्होंने क्षेत्र की सभी मांगे गिनाई।
- भाजपा में प्रवेश टिकट नहीं काम के लिए किया : काकू
सुरेंद्र काकू ने जोश में कहा कि बहुत मुख्यमंत्री देखे पर ऐसा मुख्यमंत्री पहली बार देखा। उन्होंने कहा कि वह भाजपा में टिकट के लिए व व्यक्तिगत लाभ व किसी पदवी के लिए नहीं आए हैं बल्कि वह जनता के काम के लिए आए हैं। ठाकुर ने प्रदेश में गरीबों का उत्थान किया है।