अलर्ट के बाद सीएम का पालमपुर दौरा रद, वीडियो कांफ्रेंसिंग से किए उदघाटन व शिलान्यास
Chief minister give crores schemes to palampur मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हिमाचल में अलर्ट के कारण पालमपुर नहीं आ सके।
पालमपुर, जेएनएन। सीमा पर पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद हिमाचल में अलर्ट जारी किया गया है। इस कारण मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का बुधवार को पालमपुर व सुलह का प्रस्तावित दौरा रद कर दिया गया। प्रदेश में एहतियात के तौर पर हवाई सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इस कारण सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पालमपुर में विभिन्न विकास कार्यों के लिए शिलान्यास व उदघाटन किए।
पालमपुर में बाईपास थ्रू ब्रिज का लोकार्पण किया गया। इसके बाद सुलह में जल आपूर्ति योजना, हमीरपुर-सुजानपुर-थुरल-मारंडा सड़क पर मौल खड्ड पर बनने वाले डबललेन पुल व सुक्कड़ खड्ड पर बनने वाले पुल का शिलान्यास किया। भवारना में लोक निर्माण विभाग के नवनिर्मित मंडलीय कार्यालय का लोकार्पण व भवारना अस्पताल के अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखी गई। इस दौरान पालमपुर में बैजनाथ के विधायक मुलख राज प्रेमी, उपायुक्त कांगड़ा सहित अन्य मौजूद रहे।
पालमपुर बाजार में घटेगा वाहनों का बोझ
पालमपुर बाईपास थ्रू ब्रिज के उद्घाटन से बाजार में वाहनों का बोझ कम होगा। एक दशक से निर्माणाधीन बाईपास थ्रू ब्रिज का शिलाल्यास आठ जून 2008 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने सदस्य शांता कुमार की उपस्थिति में किया था। लेकिन इसे पूरा होने में करीब 11 साल का समय लग गया है। ब्रिज के पूरा होने की तिथि 2016 निर्धारित की गई थी। मगर पुल तय समय में तैयार नहीं हो सका। एक दशक की देरी में सरकार को इसके प्राकलन को पांच करोड़ से सवा सात करोड़ करना पड़ा था। तीन दिसंबर 2010 व 25 दिसंबर 2011 को पुल के एक हिस्से में स्लैब डालने समय दुर्घटनाओं के चलते कार्य करीब दो साल तक रुका रहा था।
शांता कुमार ने मुख्यमंत्री को दी बधाई
सांसद शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को करीब 17 हजार करोड़ के नए उद्योगों के एमओयू हस्ताक्षरित करने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा औद्योगिकरण से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। शांता कुमार ने बाईपास पुल का उद्घाटन और पेयजल परियोजना का शिलान्यास करने के लिए सीएम का धन्यवाद किया है।
नागनी में बनेगा 33 केवी विद्युत सबस्टेशन
सुलह विस क्षेत्र में 33 केवी विद्युत उपकेंद्र नागनी का शिलान्यास भी किया गया। राज्य विद्युत बोर्ड के संयुक्त निदेशक (लोक संपर्क) अनुराग पराशर ने बताया वर्तमान में नागनी और आसपास क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को 33 केवी विद्युत उपकेंद्र थुरल से 11 केवी फीडरों के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है, इनके अत्याधिक लंबे होने के कारण वोल्टेज भी कम हो जाती है। इस पर 4.98 करोड़ से 33 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाने का निर्णय लिया है। इससे 11 केवी के चार फीडर बलोटा, गढ़ जमूला, टेरी घराना और डरोह मुंडी निकाले जाएंगे। इससे 10 पंचायतों के 27 गांवों के करीब 35 हजार लोग लाभांवित होंगे।