अनुराग ठाकुर का निशाना, बिखरती कांग्रेस अब पंजे से झाड़ू की ओर चल पड़ी; खुद को कर दिया आउटसोर्स
Central Minister Anurag Thakur केंद्रीय वित्त एवं राज्य मंत्री सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कांग्रेस ने अपने आप को पूरी तरह से आउटसोर्स कर दिया है।
ऊना, जेएनएन। केंद्रीय वित्त एवं राज्य मंत्री सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कांग्रेस ने अपने आप को पूरी तरह से आउटसोर्स कर दिया है। पांच प्रतिशत से नीचे कांग्रेस का वोट बैंक आ गया है। बिखरती कांग्रेस अब पंजे से झाड़ू की ओर चल पड़ी है। केवल दिल्ली के चुनाव की बात नहीं, इससे पूर्व भी जितने चुनाव हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपने आप को आउटसोर्स कर दिया है। दिल्ली की जनता ने जिस पार्टी को वोट किया है, उनको बधाई है, उन्हें मौका मिला है जनता के काम करे।
अनुराग ठाकुर वीरवार को ऊना विश्राम गृह में पत्रकार वार्ता के दौरान बोल रहे थे। अनुराग ठाकुर ने कहा प्रदेश में विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ नहीं है। बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं। मोदी की सरकार ने बिना भेदभाव किए कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी पहले से दौगुना पैसा देकर, लगातार हिमाचल के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्टस दिए हैं। अब 11 हजार 431 करोड़ रुपये पहले से ज्यादा रेवेन्यु डेफिसेट ग्रांट मिलेगी, यह लगभग दोगुनी है, इतनी कल्पना तो कांग्रेस सरकार ने भी नहीं की होगी कि प्रदेश को इतने रुपये मिलेंगे।
भानुपल्ली बिलासपुर रेलवे लाइन के लिए 400 करोड़
इसके अलावा अर्बन बॉडीज के लिए 207 करोड़ रुपये का प्रावधान, डिजास्टर रिलीफ फंड में 40 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जोकि लगभग साढे चार सौ करोड़ रुपये बनता है। इस वित्तीय वर्ष में रेलवे प्रोजेक्ट के लिए जहां एक ओर ऊना से तलवाड़ा के लिए फिर से 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। दूसरी ओर भानुपली बिलासपुर रेलवे लाइन के लिए लगभग 400 करोड़ रुपये का प्रावधान इस साल के बजट में होगा। कुल मिलाकर देखे तों इतने रुपये तो कांग्रेस अपना पूरा कार्यकाल मिलाए तब भी नहीं ला पाई थी।
सीएए से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए
शाहीन बाग में जो हुआ वह बड़ा मुद्दा है, एक चुनाव के वोट को लेकर किनारा नहीं कर सकते हैं। बड़ी बात यह है कि जिन लोगों की पाकिस्तान में इज्जत लूटने का काम किया जाता है, पाकिस्तान में धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जाता है, जिनकी हत्याएं की जाती है जिनके धार्मिक स्थलों को चाहे वह चर्च हो, गुरुद्वारा हो मंदिर हो मिट्टी में मिला दिया जाता है, क्या ऐसे लोगों को नागरिकता देना बुरी बात है। अगर 70 साल की कमी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूर कर रहे हैं तो इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।