उपनिदेशक को कमरे में बंद करने पर परीक्षा केंद्र अधीक्षक व स्टाफ हटाया
जागरण संवाददाता धर्मशाला राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) परीक्षा के दौरान बिलासपुर जिला के एक ि
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) परीक्षा के दौरान बिलासपुर जिला के एक निजी स्कूल में शिक्षा उपनिदेशक को कमरे में बंद करने को लेकर उपजे विवाद में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने केंद्र अधीक्षक व स्टाफ को हटा दिया है तथा एक प्रबंधक तैनात कर दिया है। इसके अलावा दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने के लिए एसडीएम घुमारवीं को लिखा है। स्कूल पर लगे आरोपों की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्कूल पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बिलासपुर के एक निजी स्कूल परीक्षा केंद्र में गत सप्ताह चेकिग करने आए शिक्षा उपनिदेशक को बंधक बनाया था।
सीएंडवी अध्यापक संघ प्रदेशाध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने कहा कि बोर्ड ने रेवड़ियों की तरह निजी स्कूलों में एसओएस के तहत स्टडी सेंटर खोले हैं, जिनका संघ विरोध करता है। निजी स्कूल परीक्षा संबंधी सामग्री का रखरखाव व मापदंड को पूरा करने में असमर्थ होते हैं। शिक्षा उपनिदेशक बिलासपुर सुदर्शन कुमार ने जब बिलासपुर के निजी स्कूल में दबिश दी तो परीक्षा हॉल में अफरा तफरी मच गई। उपनिदेशक ने बताया कि हॉल काफी बड़ा था, जिसमें 30 विद्यार्थायों के बैठने की क्षमता थी, लेकिन उसमें केवल 18 ही विद्यार्थी दसवीं कक्षा के बिठाए गए थे, बाकी दूसरे कमरे में बैठाए थे। परीक्षार्थी कैमरे की नजर में धड़ल्ले से नकल कर रहे थे। शिक्षा उपनिदेशक ने परीक्षा हॉल में 18 परीक्षार्थियों में से 11 परीक्षार्थियों के नकल करने पर केस बनाए। इस पर स्कूल प्रबंधक भड़क गए तथा कमरे में कुंडी लगाकर केस न बनाने पर दवाब बनाने लगे। सीएंडवी अध्यापक संघ बिलासपुर के जिला अध्यक्ष कश्मीर सिंह ने कहा कि इस स्कूल की मान्यता को रद किया जाना चाहिए।