हिमाचल में सवा दो महीने बाद दौड़ीं बसें, किस तरह की रही यात्रियों की भीड़ और व्यवस्था, देखिए तस्वीरों में
हिमाचल प्रदेश में आज से अनलॉक-1 लागू हो गया है। प्रदेश में परिवहन सेवाएं शुरू हो गई हैं।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में आज से अनलॉक-1 लागू हो गया है। प्रदेश में परिवहन सेवाएं शुरू हो गई हैं। वहीं एक जिले से दूसरे में जाने के लिए पास की अावश्यकता भी नहीं रही है। सोमवार को बस सेवा शुरू हो गई है। लेकिन सवारियों की कमी दिखी है। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें चलीं, लेकिन निजी बसें अधिकतर खड़ी रहीं।
गगल से नगरोटा सूरियां बस की एक यात्री के साथ शुरुआत
गगल से नगरोटा सूरियां के लिए दो महीने के बाद शुरू हुई बस सेवा में मात्र एक सवारी थी। निजी बस की शुरुआत मात्र एक यात्री से हुई, जो गगल से तियारा तक ही गया। चालक निर्मल ने बताया रूट शुरू हो गया है और धीरे-धीरे सवारियों की संख्या भी बढ़ेगी।
चालक व परिचालक तड़के ही बस स्टैंड पर पहुंच गए थे। आरएम धर्मशाला डिपो ने पूरे स्टाफ काे शारीरिक दूरी बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए। धर्मशाला बस स्टैंड पर पठानकोट जाने वाली बस में परिचालक ने केबिन से बाहर बैठकर सभी यात्रियों के टिकट काटे। ड्राइवर और कंडक्टर के लिए बसों में अलग केबिन बनाए गए हैं।
धर्मशाला बस अड्डा से सफर शुरू करने से पहले चालकों व परिचालकों को फेस शील्ड व ग्लब्ज वितरित किए गए। पूरे सुरक्षा उपकरण पहनने के बाद स्टाफ ने काम शुरू किया।
मोटर कैब मैक्सी कैब और ऑटो रिक्शा को भी अनुमति
प्रदेश सरकार ने मोटर कैब, मैक्सी कैब और ऑटो रिक्शा को भी सड़क पर दौड़ाने की अनुमति दे दी है। यह सभी वाहन सीमित सवारियों के साथ बिना परमिट के चल सकेंगे। सभी यात्रियों को मास्क पहनना होगा और स्वास्थ्य विभाग की सेफ्टी प्रोटोकॉल की अनुपालना करनी होगी। ऑटो रिक्शा में चालक समेत दो सवारी बैठ सकेंगे, जबकि मोटर कैब यानी टैक्सी में चालक समेत तीन सवारियां बैठ सकेंगी। इसी तरह से मैक्सी कैब की अलग-अलग क्षमताओं में 4 से 7 सवारियां बैठ सकेंगी।