Move to Jagran APP

Monsoon Session गैर जनजातीय क्षेत्रों में रह रहे जनजातीय लोगों के लिए बजट का प्रविधान

प्रदेश के गैर जनजातीय क्षेत्रों में रह रहे जनजातीय लोगों के विकास के लिए अगले बजट में 2.23 फीसद के बजट का प्रविधान किया जाएगा। यह बात शहरी विकास एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने नियम 130 पर प्रस्ताव का जवाब देते हुए कही।

By Vijay BhushanEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 10:06 PM (IST)
Monsoon Session गैर जनजातीय क्षेत्रों में रह रहे जनजातीय लोगों के लिए बजट का प्रविधान
शहरी विकास एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज। जागरण आर्काइव

शिमलास राज्य ब्यूरो। प्रदेश के गैर जनजातीय क्षेत्रों में रह रहे जनजातीय लोगों के विकास के लिए अगले बजट में 2.23 फीसद के बजट का प्रविधान किया जाएगा। यह बात शहरी विकास एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने नियम 130 के तहत मुख्य सचेतक बिक्रम ङ्क्षसह जरयाल द्वारा दो फीसद बजट उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव के जवाब में कही। भारद्वाज ने बताया कि जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत जारी होने वाली राशि को कहीं और खर्च नहीं किया जा सकता है। वर्तमान में पांच जनजातीय क्षेत्र हैं जिनमें किन्नौर, लाहुल, स्पीति, चांब का पांगी और भरमौर शामिल हैं। जरयाल की ओर से प्रस्ताव को उठाने का नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि लाभ के पद पर बैठकर प्रस्ताव कैसे कर सकते हैं।

prime article banner

कांगेे्रस के नेगी और नंदलाल को भी दो सचेतक की सुविधाएं : मुकेश

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस के मुख्य सचेतक जगत ङ्क्षसह नेगी और उप मुख्य सचेतक नंदलाल को भी सारी सुविधाएं प्रदान करने की मांग की। जो सुविधाएं इन्हें दी जा रही है वह कांग्रेस के मुख्य सचेतक व उप मुख्य सचेतक को भी दी जाए। जब केबिनेट का दर्जा लिया है तो ये सपष्ट करें कि प्रस्ताव सरकारी की तरफ से।

ङ्क्षबदल ने मंत्री पर उठाए सवाल

विधायक राजीव ङ्क्षबदल ने अपने ही जनजातीय विकास मंत्री पर सवाल उठा दिए और कहा कि कई बार लिखा लेकिन पुल तक नहीं बले और न कोई कार्य हुआ। सिरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत ङ्क्षहदू व मुस्लिम गुजर हैं जो जनजातीय हैं पर कोई कार्य नहीं हो रहा है। जगत ङ्क्षसह ने जनजरतीय क्षेत्रों के बजट को गैर जनजातीय क्षेत्रों में खर्च करने का विरोध किया। आशा कुमारी ने भी अलग से बजट प्रविधान करने की मांग की। हंसराज, राकेश ङ्क्षसघा, जियालाल, आशिष भुटेल, सुंदर ङ्क्षसह ठाकुर और विशाल नैहरिया ने भी बजट प्रविधान की मांग की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.