Himachal Budget 2020: बजट में कांगड़ा को मिली सौगात, रफ्तार पकड़ेगा विकास
जयराम सरकार के तीसरे बजट में कांगड़ा को भी कई सौगात मिली हैं।सरकार ने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार और स्मार्ट सिटी धर्मशाला के विकास कार्यो में तेजी लाने की बात कही है।
धर्मशाला, दिनेश कटोच। जयराम सरकार के पेश किए तीसरे बजट में हर वर्ग को खुश रखने का प्रयास किया है। इसमें प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा को भी कई सौगात मिली हैं। बात चाहे कृषि ही हो, तकनीक, पर्यटन या कला की, हर वर्ग को कुछ न कुछ जरूर मिला है। पर्यटन विकास की बात करें तो सरकार ने गगल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार और स्मार्ट सिटी धर्मशाला के विकास कार्यो में तेजी लाने की बात कही है। यह दोनों काम जिले के पर्यटन विकास के मुख्य घटक हैं।
वहीं कृषि एवं किसानों की खुशहाली के लिए भी भाजपा सरकार ने कदम बढ़ाए हैं। जिले के निचले क्षेत्रों के लिए किसानों के वरदान मानी जाने वाली फिन्ना सिंह नहर का निर्माण कार्य भी अब रफ्तार पकड़ेगा। इसके लिए 70 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। वहीं आइएचबीटी सीएसआइआर द्वारा किसानों की तकदीर संवारने के लिए ईजाद की हींग की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए बजट में विशेष जिक्र किया है। अब पालमपुर से तैयार होने वाला हींग प्रदेश अपनी महक बिखेरेगा।
कला को बढ़ावा देने की दृष्टि से कांगड़ा के शक्तिपीठों में लघु संग्रहालय बनेंगे। व्यावसायिक शिक्षा के तहत धर्मशाला में इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट स्थापित होने से युवाओं को दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का मामला राज्य सरकार के लिए भी गले की फांस बना हुआ है। वजह यह है कि लोग इसके विरोध में आगे आगे आ रहे हैं। लेकिन सरकार हवाई अड्डे के विस्तार के लिए गंभीर है। इसके लिए अब बजट में प्रावधान किया है।
इससे अड्डे के विस्तार के साथ प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जा सकेगा। शिमला के साथ स्मार्ट सिटी धर्मशाला के कायाकल्प के लिए भी सरकार ने 50 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। इससे उम्मीद बंधी है कि जल्द ही धर्मशाला शहर के लोगों को स्मार्ट परियोजनाओं का लाभ मिल पाएगा। इसके साथ ही धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी मार्च में ही 90 करोड़ के प्रोजेक्टों को पूरा करने में जुटा है। कांगड़ा के निचले क्षेत्र नूरपुर सहित इसके साथ लगते इलाके के किसानों के लिए वरदान मानी जाने वाली फिन्ना ¨सह नहर के पूरा होने की सरकार ने पूरी उम्मीद जगाई है।
इसके लिए जयराम सरकार ने बजट में प्रावधान किया है। यह नहर वर्षो से राजनीति का शिकार हो रही है। यही कारण है कि इसकी निर्माण लागत भी लगातार बढ़ती जा रही है। अब सरकार ने इसे पूरा करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए हैं। किसानों की किस्मत बदलने की दिशा में नहर आगे बढ़ेगी।