बीएसएनएल कर्मियों का केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
bsnl employees union protest, बीएसएनएल की आल यूनियन एंड एसोसिएशन के आह्वान पर आयोजित हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही।
धर्मशाला, जेएनएन। बीएसएनएल की ऑल यूनियन एंड एसोसिएशन के आह्वान पर कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। तीन दिवसीय हड़ताल में धर्मशाला के समस्त कर्मचारियों व अधिकारियों ने हिस्सा लिया। मुख्य डाकघर के पास मंडलीय कार्यालय के बाहर कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नेताओं ने इस बात पर क्षोभ व्यक्त किया कि सरकारी कंपनी होने के बावजूद बीएसएनएल को आजतक 4जी लाइसेंस और स्पेक्ट्रम नहीं दिया गया है जबकि निजी ऑपरेटर को 2010 में ये स्पेक्ट्रम दे दिए गए हैं। बीएसएनएल का घाटा निजी कंपनियों के आठ लाख करोड़ के मुकाबले मात्र 31 हजार करोड़ है परंतु इसे सबसे ज्यादा घाटे वाली कंपनी के रूप में बदनाम किया जा रहा है। एनएफटीई के राष्ट्रीय संगठन सचिव सत्येंद्र गौतम ने चेताया कि बीएसएनएल बचेगा तो ही राष्ट्र निजी कंपनियों की लूट से बचेगा। कर्मियों ने जनवरी 2017 से देय वेतनमान पर प्रबंधन और मंत्री के वादे पर मुकरने पर हैरानी जताई। इस अवसर पर अजय नरुला, वीरेंद्र, सुरेंद्र, महेंद्र, संजीव, दीवान, नरेश कुमार, मुकेश कुमार, अशोक, स¨तदर, सतीश, पंकज, अक्षय कुमार, निर्मल, कविता, सुनीता, सुषमा, अमित, कविता, प्रकाश, कुलदीप, मदन, ध्रुव, केवल, यशपाल मौजूद रहे।
कांगड़ा व जसूर में भी कर्मियों ने बोला हल्ला
जसूर में भी बीएसएनएल कर्मियों ने मांगों के समर्थन में हड़ताल की। कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। उधर, बीएसएनएल के कर्मचारी व अधिकारी वर्ग दूसरे दिन भी कांगड़ा में हड़ताल पर डटे रहे तथा केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बीएसएनएल कर्मचारी यूनियन के शाखा सचिव विजय ठाकुर ने कहा मांगों को पूरा करने के लिए हम हर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैें तथा बीएसएनएल के उत्थान के लिए कर्मचारी व अधिकारी एकजुट हैं। उन्होंने सरकार से तीसरा वेतन संशोधन, पेंशन संशोधन तथा 44 स्पेक्ट्रम को पूरा करने की मांग की।