हिमाचल उपचुनाव: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान के बाद अटकलों पर विराम, तेज हुई टिकट के लिए दौड़
सतपाल सत्ती ने साफ कर दिया कि धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए स्थानीय नेता को ही प्रत्याशी बनाया जाएगा।
धर्मशाला, दिनेश कटोच। प्रदेश में सत्ता का द्वार दिखाने वाले जिला कांगड़ा में सियासी हलचल तेज है। पत्र बम से निकली चिंगारियां अभी सुलग ही रही हैं। इस बीच शनिवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने साफ कर दिया कि धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए स्थानीय नेता को ही प्रत्याशी बनाया जाएगा। इससे पहले अटकलें थी कि धर्मशाला से बाहर के नेता को भी प्रत्याशी बनाया जा सकता है। अब स्थानीय नेताओं में टिकट की दौड़ तेज हो गई है।
पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ने शनिवार को गुटबाजी और उपचुनाव के बीच पत्र बम पर अपनों को ही कठघरे में खड़े किए जाने के बाद सफाई दी। भले ही यह सफाई मीडिया के सामने थी लेकिन धर्मशाला हलके के जोन की बैठकों में अपनों को भी एकता का पाठ पढ़ाया गया। इसके साथ ही उपचुनाव के लिए जीत का मंत्र कार्यकर्ताओं को दिया गया। पार्टी प्रत्याशी चयन के लिए फूंक-फूंक कर कदम रखेगी। हालांकि इस उपचुनाव का सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन पार्टी हर हाल में इस सीट पर कब्जा बरकरार रखना चाहती है। गौर हो कि पार्टी में कांगड़ा जिला से ही विरोध की ज्वाला भड़की थी।
इंदु गोस्वामी के इस्तीफे के बाद धवाला व पवन राणा के बीच विवाद उठा था। इसके बाद धर्मशाला से अन्य क्षेत्र से नेता को प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलों ने जोर पकड़ा। इसी बीच पालमपुर से पत्र बम चर्चा में आ गया। इन सभी मामलों ने पार्टी की परेशानी जिला कांगड़ा में ही नहीं बल्कि प्रदेश में भी बढ़ाई है। हालांकि पार्टी ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है लेकिन अंदरखाते यह आग सुलग रही है। उधर कांग्रेस में अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है। इसके लिए आवेदन लिए जाएंगे लेकिन अंदरखाते सुधीर शर्मा का नाम तय कर लिया गया है।