भाजपा नेताओं की 19 के बाद लगेगी दिल्ली दौड़
उपचुनाव में हार के बाद मचे घमासान के बीच भाजपा नेताओं की दिल्ली दौड़ 19 नवंबर से लग सकती है। नेता अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली का दौरा करेंगे। चुनाव के दौरान क्या हुआ और क्या आगे किया जा सकता है इसकी रिपोर्ट तैयार करके पार्टी हाईकमान को सौंपेंगे
शिमला, जागरण संवाददाता। उपचुनाव में हार के बाद मचे घमासान के बीच भाजपा नेताओं की दिल्ली दौड़ 19 नवंबर से लग सकती है। नेता अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली का दौरा करेंगे। चुनाव के दौरान क्या हुआ, क्या कमी रही और क्या आगे किया जा सकता है, इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके पार्टी हाईकमान को सौंपेंगे।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष 19 या 20 नवंबर को दिल्ली जा सकते हैं। इस दौरान उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय महामंत्री के साथ बैठक होना प्रस्तावित है। इसी तरह से पार्टी के कई नेता दिल्ली में मिलकर आ चुके हैं। इनमें प्रदेश सरकार के दो मंत्री भी शामिल हैं। संगठन की ओर से एक बड़े नेता दिल्ली में जाकर अपना पक्ष रख चुके हैं। इन सभी से फीडबैक व 22 से पहले होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में हुए फैसले के आधार पर ही आगे के फैसले लिए जा सकते हैं।
उपचुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका मंडी सीट पर मिली हार से लगा है। भाजपा के सत्ता में होने और मुख्यमंत्री के खुद मंडी से होने के कारण पार्टी इस सीट को काफी मजबूत मान रही थी। पार्टी प्रत्याशी को 8000 मत से हार मिली है। ऐसी स्थिति में सरकार और संगठन में बदलाव करने के कयास लगाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ पार्टी के अंदर बदलाव को लेकर काफी कुछ पक रहा है। इस पर कब हाईकमान की ओर से कोई निर्देश जारी होते हैं इसी पर सबकी नजर रहेगी। फिलहाल यह तय है कि हाईकमान इस हार के बाद कोई न कोई फैसला लेकर एक संकेत तो जरूर देगा कि पार्टी में किसी भी तरह से नेताओं की निष्क्रियता या चुनावी कुप्रबंधन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसलिए पार्टी के भीतर से लेकर सरकार तक यही चर्चा है कि बदलाव तो होना है, लेकिन कब होगा, ये तय नहीं है।