यात्रियों के लिए बड़ी राहत, ढाई माह बाद कांगड़ा घाटी रेलमार्ग बहाल
जेएनएन पपरोला लगभग ढाई महीने बाद पठानकोट से जोगेंद्रनगर तक का रेलमार्ग बहाल हो गया है।
जेएनएन, पपरोला
लगभग ढाई महीने बाद पठानकोट से जोगेंद्रनगर तक का रेलमार्ग बहाल हो गया है। छह फरवरी को कोपरलाहड़ के पास ट्रैक के धंसने के कारण रेल सेवा बाधित हो गई थी। इस दौरान तीन गाड़िया ही यहा से कोपरलाहड़ तक चल रही थीं। बुधवार को पपरोला से सुबह दो गाड़िया पठानकोट के लिए रवाना हुईं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार खराब मौसम के चलते अभी गाड़ियों को सुचारू रूप से चलाने में एक या दो दिन लग सकते हैं।
इससे पहले रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने ढाई माह से बाधित ज्वालामुखी-कोपरलाहड़ ट्रैक को फिट घोषित कर दिया था। छह फरवरी को तेज बारिश के कारण कोपरलाहड़ और ज्वालामुखी स्टेशनों के बीच भूस्खलन के कारण ट्रेनें जोगेंद्रनगर की बजाय ज्वालामुखी स्टेशन तक चल रही थीं। दूसरे छोर पर ट्रेनें यहीं से बैजनाथ तक चल रही थीं। रेल सेक्शन बाधित होने के कारण पठानकोट से पालमपुर व बैजनाथ क्षेत्रों से पठानकोट आने व जाने वालों को बसों में सात गुना अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा था। वहीं कारोबार पर भी इसका असर पड़ रहा था। रेल सेक्शन फिर से बहाल होने पर यात्रियों के साथ-साथ व्यापारियों ने राहत की सास ली है।
यात्रियों प्रदीप अंगुराल, बिशन दास, संजीव भंगोत्र, रेडीमेड गारमेंट्स यूनियन के प्रधान मनमोहन शर्मा व व्यापार मंडल के सीनियर वाइस प्रधान अमित नैयर ने कहा कि एक तो पहले ही मार्केट मंदी चल रही है, ऊपर से ट्रेनें बाधित हो गईं। इससे यहा हिमाचल से रोजाना पठानकोट अप-डाउन करने वाले यात्रियों को आर्थिक तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।