तब जेपी नड्डा ने केबिनेट मंत्री पद छोड़कर चुना था संगठन, आज संभाला भाजपा के मुखिया का पदभार
दस वर्ष पूर्व संगठन में काम करने के लिए भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल सरकार में मंत्री पद तक छोड़कर दिल्ली चले गए थे।
धर्मशाला/शिमला, जेएनएन। दस साल पहले प्रदेश सरकार से केबिनेट मंत्री का मोह छोड़ वर्तमान केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के साथ संगठन में जाने का फैसला जेपी नड्डा ने लिया था। 2009 में धूमल सरकार ने जगत प्रकाश नड्डा के पास वन विभाग का जिम्मा दिया था, लेकिन सरकार मेें होने के बावजूद अपनों से ही सियासी जंग में उलझे हुए थे। राजनीति में सरकार में रहने को ही सबसे बड़ी सफलता मानी जाती है, इसके बावजूद जेपी नड्डा ने सरकार को छोड़ संगठन को चुना था। उस समय कुछ सियासतदारों ने तो यहां तक कहा था कि हिमाचल की राजनीति में नड्डा का दखल अब खत्म हो गया। उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि नड्डा एक दशक के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे।
हिमाचल की नहीं बल्कि देश में भाजपा की राजनीति के मुख्य रणनीतिकार होंगे। संगठन में बेहतर पकड़ के कारण ही 2017 के चुनावों में नड्डा काफी सक्रिय रहे। राज्य में टिकट वितरण से लेकर मुख्यमंत्री पद पर किसकी तैनाती होनी है, इसमें भी अहम भूमिका रही।
जेपी नड्डा जुलाई 2019 में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए थे। इस दौरान अध्यक्ष पद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ही काबिज रहे। लेकिन करीब छह माह के अंतराल के बाद उन्हें अध्यक्ष पद का दायित्व सौंप दिया गया।
हिमाचल से पहली बार कोई नेता अध्यक्ष पद पर
भाजपा ही नहीं बल्कि किसी भी राजनीतिक दल ने छोटे और पहाड़ी राज्य को इतना सम्मान पहले कभी नहीं दिया है। जेपी नड्डा ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर पहुंच कर इतिहास रचा है। इससे पहले भी भाजपा की राष्ट्रीय स्तर की कमेटियों और बोर्ड में अहम पदों पर जेपी नड्डा सेवाएं दे चुके हैं।
यूपी के प्रभारी पद भी दी है सेवाएं
जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनावों के दौरान 2014 में जिस राज्य में प्रभारी की कमान अमित शाह खुद संभाल रहे थे, उस राज्य की कमान जेपी नड्डा को दी थी। नड्डा ने यूपी में बेहतर प्रदर्शन करते हुए पार्टी को बड़ी जीत दिलाई थी। इससे उनका कद पार्टी के भीतर ओर बढ़ा था। 2014 के चुनावों के बाद यूपी के प्रभारी अमिच शाह को पार्टी की कमान सौंपी थी। 2020 में पार्टी ने लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रभारी रहे जेपी नड्डा को पार्टी की कमान सौंपी है।
नड्डा के बाद राजीव बिंदल ने छोड़़ा है सरकारी पद
हिमाचल की राजनीति में जेपी नड्डा के बाद हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष डाॅक्टर राजीव बिंदल ने सरकारी पद को छोड़ कर संगठन को तरजीह दी है। बिंदल हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष रहे। दो साल तक सेवाएं दी। पार्टी के कहने पर अब राज्य अध्यक्ष के पद पर कार्यभार संभाल लिया है।