हिमाचल में पर्यटन से जुड़ी साहसिक गतिविधियों से हटेगा प्रतिबंध, होगी रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग
प्रशासन द्वारा रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग पर 15 जुलाई से लगाया गया प्रतिबंध अब 15 सितंबर को हटने जा रहा है।
मनाली, जेएनएन। अगर आप ब्यास की लहरों में राफ्टिंग का आनंद लेना चाहते हैं या पैराग्लाइडिंग कर आसमान से बातें करना चाहते हैं तो सीधा कुल्लू मनाली चले आएं। इन खेलों का शौक रखने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। प्रशासन द्वारा रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग पर 15 जुलाई से लगाया गया प्रतिबंध अब 15 सितंबर को हटने जा रहा है। सैलानी अब इन खेलों का आनंद ले सकेंगे। प्रतिवंध लगने से ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग के प्वाइंट बबेली, रायसन, पिरडी, भुंतर व बजौरा में जबकि पैराग्लाइडिंग के लिए मशहूर सोलंगनाला, मढ़ी व डोभी में वीरानगी छा गई थी। लेकिन अब प्रतिबंध खुलते ही दोबारा इन प्वाइंटों पर चहल-पहल लौटेगी। साथ ही घाटी के मंदे पड़े पर्यटन कारोबार को भी गति मिलेगी।
पर्यटन व्यवसायी दीपक, पूर्ण, सुरेश, विकास व राहुल ने बताया कि जिला कुल्लू में रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगने के कारण करीब अढ़ाई माह तक सैकड़ों युवाओं को बेरोजगार रहना पड़ा था। लेकिन अब प्रतिबंध खुलने के बाद दोबारा युवाओं को रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। इन दोनों कारोबार से घाटी के करीब 4 हजार युवा जुड़े हुए हैं। अब बाहरी राज्य से कुल्लू-मनाली घूमने आने वाले पर्यटकों को होटल व्यवसायियों द्वारा साहसिक गतिविधियों का पैकेज देने का क्रम भी शुरू हो गया है। पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष चमन लाल और रिवर राफ्टिंग के अध्यक्ष शाम लाल अत्री ने कहा लंबे समय से मंदी की मार झेल रहे पर्यटन करोबारियों को दशहरा सीजन में बेहतर कारोबार की उम्मीद जगी है।
जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने बताया बरसात का मौसम होने के कारण व सुरक्षा को देखते हुए 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग व रिवर राफ्टिंग पर प्रतिवंध लगाया गया था जिसे आज 15 सितंबर को बहाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सैलानी 16 सितंबर से इन साहसिक खेलों का आनंद ले सकेंगे।