नटेहड़ में गड्ढों की भरमार, अब तो कोलतार बिछा दो सरकार
पचांयत हलेड़कलां के अतंर्गत कांगड़ा से जमानाबाद समीरपुर गांव को जाने वाली नटेहड़ स्थित सड़क पर कोलतार ना बिछने से वहां पड़े गड्ढों ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है। वाहन चालकों को गड्ढों की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
कांगड़ा, बिमल बस्सी। पचांयत हलेड़कलां के अतंर्गत कांगड़ा से जमानाबाद, समीरपुर गांव को जाने वाली नटेहड़ स्थित सड़क पर कोलतार ना बिछने से वहां पड़े गड्ढों ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है। वाहन चालकों को गड्ढों की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जमानाबाद रोड पर पड़े गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं। गड्ढों की वजह से अक्सर स्कूटी सवार महिलाओं को गिरते देखा गया है। जिससे स्थानीय लोगों में विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है।
वर्ष के आरंभ में कांगड़ा जमानाबाद रोड को सड़क सुधारीकरण एवं उन्नयन के तहत लोक निर्माण विभाग ने सड़क किनारे निकास नालियों का निर्माण करते हुए सड़क को उंचा किया व क्रैशर डाल कर सड़क को अधूरा छोड़ दिया।
महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण सड़क की सुधारीकरण प्रक्रिया रूक गई। बरसात में सड़क पर पड़ी बजरी के उखड़ने से कई स्थानों पर गड्ढे पड़ गए। लेकिन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली।
नटेहड़ गांव के दुकानदार रविंद्र कुमार,पुष्पिंद्र कुमार, प्रेम कुमार, हरी सिंह, धीरज कुमार, सन्नी तथा गगन का कहना कि सड़क से उड़ने वाली धूल मिट्टी से बहुत परेशान हैं। विभाग शीघ्र इस सड़क पर प्राथमिकता के आधार पर तारकोल बिछा कर जनता को राहत दिलाए।
लोकनिर्माण विभाग के सहायक अभियंता अंकित समकरिया ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण सड़क सुधारीकरण में देरी हो गई। उपमंडल के अतंर्गत टारिंग का कार्य आरंभ हो गया है। विभाग का प्रयास रहेगा कि इसी माह के अंत तक जमानाबाद रोड का टारिंग कार्य संपन्न हो जाए ताकि लोगों को असुविधा ना हो।