युवा खुद को नौकरी प्रदाता बनाएं : सरयाल
कुलपति अशोक कुमार सरयाल ने ग्रामीण युवाओं को उद्यमिता अपनाते हुए सरकारी योजनाओं की मदद से अपने कौशल को बढ़ाने के बाद सफल उद्यमी बनकर युवाओं को बेरोजगारी को मात देने के लिए कहा। डाक्टर सरयाल मंगलवार को बेरोजगार युवाओं के लिए उद्यमिता विकास पर आयोजित प्रेरक कार्यशाला में राज्य भर के प्रतिभागियों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
जागरण संवाददाता , पालमपुर : कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति अशोक कुमार सरयाल ने ग्रामीण युवाओं को उद्यमिता अपनाते हुए सरकारी योजनाओं की मदद से कौशल को बढ़ाने के बाद सफल उद्यमी बनकर बेरोजगारी को मात देने के लिए कहा। डॉ. सरयाल मंगलवार को कृषि विवि पालमपुर में बेरोजगार युवाओं के लिए उद्यमिता विकास पर आयोजित प्रेरक कार्यशाला में राज्यभर के प्रतिभागियों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री के स्टार्टअप कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यशाला में कुलपति ने कहा कि ग्रामीण युवाओं को मुख्यमंत्री स्टार्ट-अप कार्यक्रम सहित केंद्र व प्रदेश सरकारों के विभिन्न कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए आगे आना चाहिए और सफल उद्यमी बनना चाहिए। उन्होंने सरकार और अन्य नौकरियों के बाद चलने की तुलना में उन्हें नौकरी प्रदाता बनने के लिए कहा। उन्होंने उन्हें ज्ञान को बढ़ाने के लिए कौशल प्राप्त करने के लिए कहा। विश्वविद्यालय की कृषि व्यवसाय इनक्यूबेटर योजना ग्रामीण युवाओं के लिए एक वरदान थी, जहां उनके विचारों को पर्याप्त मौद्रिक सहायता के साथ उत्पादक मुआवजा दिया जाएगा। आकाश किसी भी उद्यम को अच्छे मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के साथ शुरू करने की सीमा थी। इसके अलावा विचार को एक सफल व्यवसाय में बदलने के लिए पर्याप्त वजीफा और आवश्यक वित्तीय सहायता का प्रावधान था।
पशु शिक्षा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉ. मनदीप शर्मा ने कहा कि ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल वृद्धि आवश्यक थी। उन्होंने प्राकृतिक खेती में देसी गाय के महत्व पर भी बात की। डॉ. अशोक पांडा, वीके शर्मा और सिद्धार्थ देव ठाकुर ने भी युवाओं के बीच उद्यमशीलता के विकास के महत्व पर बात की। इस अवसर पर डॉ. राजीव अग्निहोत्री, डॉ. यशपाल ठाकुर, डॉ.मधुमीत सिंह, डॉ. यादविदर धालीवाल डीन, डॉ. जगतार गुलेरिया, प्रो. एमेरिटस व अन्य मौजूद रहे।