भारी भूकंप के झटकों से भी सुरक्षित अटल टनल, नुकसान पहुंचाना नहीं आसान; सुरक्षा पर सरकार लेगी निर्णय
Atal Tunnel Rohtang भारत सरकार ने पीर पंजाल की पहाड़ी को काटकर अटल टनल का निर्माण किया है। अटल टनल डेढ़ से दो किलोमीटर ऊंचे पहाड़ के नीचे बनकर तैयार हुई है। अति आधुनिक तकनीक से बनकर तैयार हुई अटल टनल में 15 हजार टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।
मनाली/शिमला, जेएनएन। भारत सरकार ने पीर पंजाल की पहाड़ी को काटकर अटल टनल का निर्माण किया है। अटल टनल डेढ़ से दो किलोमीटर ऊंचे पहाड़ के नीचे बनकर तैयार हुई है। अति आधुनिक तकनीक से बनकर तैयार हुई अटल टनल में 15 हजार टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है, जबकि 237596 मीट्रिक टन सीमेंट की खपत हुई है। बीआरओ की माने तो यह टनल बहुत मजबूत है और किसी भी परिस्थिति को झेलने की क्षमता रखती है। हिमाचल सरकार भी टनल की सुरक्षा को लेकर बीआरओ और सेना के अधिकारियों से जल्द बैठक करेगी। बैठक के बाद पुलिस सुरक्षा और कड़ी करने पर विचार किया जा सकता है।
बीआरओ का कहना है कि टनल बहुत मजबूत है। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करना होगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकर्पण के दौरान कहा कि अटल टनल ने देश को मजबूती दी है। पीएम ने कहा हम सीमावर्ती क्षेत्र में मजबूत हुए हैं। अटल टनल के निर्माण से बाैखलाए चीन ने अपने मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में टनल को लेकर अपनी भड़ास निकाली है। दावा किया गया है कि युद्ध की स्िथति में यह टनल भारत के कुछ ज्यादा काम नहीं आ सकेगी।
बीआरओ रोहतांग टनल परियोजना के चीफ इंजीनियर विशेष सेवा मेडल प्राप्त केपी पुरसोथमन का कहना है अति आधुनिक तकनीक से बनी अटल टनल बेहद मजबूत है। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने अपना काम कर दिया है, अब सुरक्षा की जिम्मेवारी हिमाचल सरकार की है। टनल इतनी मजबूत है कि भारी भूकंप से भी इसे खास नुकसान नहीं होने वाला है।
एसपी कुल्लू गौरव सिंह व लाहुल स्पीति एसपी मानव वर्मा ने बताया सुरंग के दोनों छोर पर पुलिस बल तैनात कर दिए हैं। किसी भी तरह के हमले से बचाव के लिए पुलिस बल चौकस है।
अटल टनल की सुरक्षा पर निर्णय जल्द : खाची
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल खाची का कहना है कि डीजीपी संजय कुंडू लाहुल-स्पीति के दौरे पर हैं। उनके लौटते ही दो-तीन दिन में अटल टनल रोहतांग की सुरक्षा को लेकर निर्णय लिया जाएगा। यह तय है कि राज्य सरकार की ओर से पुलिस सुरक्षा का बंदोबस्त रहेगा। लेकिन बीआरओ, सेना के साथ पुलिस की भूमिका का चर्चा के बाद ही फैसला लिया जाएगा।