Atal Death Anniversary: पुण्यतिथि पर प्रीणी गांव में अटल को याद कर भावुक हुए ग्रामीण, सांसद ने दी श्रद्धांजलि
Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary कभी घंटों अटल जी के पास बैठने वाले प्रीणी गांव के ग्रामीण आज अपने मुखिया अटल बिहारी की दूसरी पुण्यतिथि पर भावुक हो उठे।
मनाली, जेएनएन। कभी घंटों अटल जी के पास बैठने वाले प्रीणी गांव के ग्रामीण आज अपने मुखिया अटल बिहारी की दूसरी पुण्यतिथि पर भावुक हो उठे। ग्रामीणों ने अपने मुखिया की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 5 जून 2005 को गांव में अटल जी ने देवदार के पेड़ लगाया था, जिसे देख ग्रामीण हर पल अटल को अपने बीच पाते हैं। पुण्य तिथि पर सांसद राम स्वरूप शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे। सांसद ने अटल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा देश ही नहीं हिमाचल प्रदेश भी अटल जी के योगदान को कभी नहीं भूला सकता। उनके नेतृत्व में परमाणु शक्ति में भी देश का सिर ऊपर हुआ। प्रधानमंत्री हों, अटल जी ने नेता, सांसद, मंत्री व प्रधानमंत्री की भूमिका में आदर्श स्थापित किया।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अपनी मधुरबानी व कुशलता के कारण विरोधियों में भी प्रिय थे। उन्होंने कहा हिमाचल के उत्थान में अटल जी का योगदान सराहनीय है। मनाली को अपना दूसरा घर बनाने वाले अटल हमेशा प्रदेशवासियों के दिलों में राज करते रहेंगे। सांसद ने कहा कि भारत हमेशा उनकी उत्कृष्ट सेवा और हमारे राष्ट्र की प्रगति के प्रयासों को याद रखेगा।
भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने अटल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी देशभक्ति व भारतीय संस्कृति की प्रखर आवाज थे। उन्होंने कहा कि मनाली के अटल प्यार को मनाली वासी हमेशा याद रखेंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि अटल एक राष्ट्र समर्पित राजनेता होने के साथ-साथ कुशल संगठक भी थे, जिन्होंने भाजपा की नींव रख उसके विस्तार में एक अहम भूमिका निभाई और करोड़ों कार्यकर्ताओं को देश सेवा के लिए प्रेरित किया।
मनाली मंडल के अध्यक्ष दुर्गा ठाकुर ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा मनाली अटल के योगदान को कभी नहीं भूल सकती। पंचायत प्रीणी प्रधान शिवदयाल ठाकुर व पूर्व प्रधान ठाकुर दास ने अपने मुखिया को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा अटल हमेशा उनकी यादों में उनके साथ रहेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण आज अपने मुखिया की पुण्यतिथि में उन्हें याद कर भावुक हो उठे।